शि.वा.ब्यूरो, प्रयागराज। एशियन बायोलॉजिकल रिसर्च फाउंडेशन (ABRF) प्रयागराज, भारत मे 51वा विश्व पृथ्वी दिवस को ज़ूम क्लाइड ऐप के माध्यम से ऑनलाइन माध्यम से मनाया गया। उक्त ऑनलाइन आयोजन की अध्यक्षता डॉ0 वीसी श्रीवास्तव ने की। कोषाध्यक्ष इ0बीरेंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी से निपटने हेतु संस्था ने प्रधानमंत्री केयर्स फण्ड में दस हज़ार रुपये का दान भी दिया गया है। पृथ्वी दिवस के इस अवसर पर 400 असहाय लोगो को भोजन वितरण भी कराया गया।
पृथ्वी दिवस के अवसर रोहतक से प्रोफेसर विनीता शुक्ला, कोडरमा से डॉ0 प्रसेनजीत हज़रा, जम्मू से डॉ0 डब्ल्यूके बलवान, जयपुर की डॉ अपर्णा पारेख, जौनपुर के डॉ0 देवव्रत मिश्र, नई दिल्ली से ICSR के निदेशक राजेश पटेल, नई दिल्ली से शीतल इंडस्ट्री की निदेशक सुमन पटेल सचान, लखनऊ से प्रोफेसर रत्ना कटियार, कानपुर से डॉ0 सुनीता आर्या, कानपुर से डॉ0 संगीता अवस्थी, बलरामपुर से डॉ0 सद्गुरु प्रकाश तथा प्रयागराज से डॉ0 ए0के0 वर्मा व प्रभाकर सिंह व अन्य लोग भी ऑनलाइन उपस्थित होकर इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक मनाया गया।
प्रोफेसर विनीता शुक्ला ने बताया कि वैश्विक महामारी कोरोना ने पर्यावरण को स्वच्छ कर दिया है। आज मृत्युदर घट गई है। सभी लोग स्वाभाविक तौर पर स्वस्थ हो गए है। डॉ0 एके वर्मा ने बताया इस वैश्विक महामारी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि मानव अन्य जैव प्रजातियों की तरह एक जीव है। स्वयं को प्रकृति का नियंत्रण कर्ता न समझे। सभी मनुष्य चूंकि सर्वाधिक बुद्धिमान प्राणी है इसलिए उसे सभी जीवधारियों के साथ सह-अस्तित्व की भावना के साथ काम करना चाहिए। डॉ0 सदगुरु प्रकाश ने बताया कि लॉकडाउन से जो बेरोजगारी डर बढ़ सकती है उस पर भी काम करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर डॉ0 सुनीता आर्या ने बताया कि पर्यावरण को ध्यान में रखकर आज विकास का कार्य किया गया होता तो प्रकृति को ऐसे नियंत्रण करने की आवश्यकता नही होती। अतः आज लोगो को कोरोना जैसी महामारी से सीखकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है।, डॉ0 संगीता अवस्थी ने बताया कि लॉक डाउन का पूर्णतया पालन करने की आवश्यकता है तथा लॉक डाउन ने लोगो को आज की विषम परिस्थितियों में कैसे लड़े व आगे बढ़े उस पर भी प्रकाश डाला है। , डॉ0 प्रसेनजीत हज़रा ने भी अपने विचारों को व्यक्त किया है। धन्यवाद ज्ञापन ई0 बीरेंद्र सिंह जी ने किया ।
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