आयुष ठाकुर, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
स्वच्छ मन, स्वच्छ तन,
स्वच्छ हर गली शहर
बनें गांधी जी के सपनों सा स्वच्छ भारत
फैलाएं न गंदगी कहीं भी
कूड़ा कूड़े दान में डालें हम
बार बार हाथ है धोना
तभी तो भागेगा कोरोना
सब दोस्तों को यह सिखलाएं
जन्म दिन पर एक पौधा ज़रूर लगाएं
आज हमसब मिलकर शपथ यह खायेंगें
धरती मॉ को प्रदूषण मुक्त बनाएंगे
आयुष साहित्य सदन पंथाघाटी शिमला, हिमाचल प्रदेश