हवलेश कुमार पटेल, शिक्षा वाहिनी समाचारपत्र।
बात अपने पदेन दायित्वों की हो मानवता के नाते किसी के दर्द में शरीक होने की हो। मुख्यमंत्री की कर्मभूमि गोरखपुर में यातायात को नियंत्रित करने का जिम्मा सम्भाल रहे पुलिस अधीक्षक यातायात आदित्य प्रकाश वर्मा हर मोर्चे पर खरे उतरे हैं। शायद उनके व्यक्तित्व का यही सबल पक्ष है, जो हर किसी को बरबस अपनी ओर आकृर्षित कर लेता है। श्री वर्मा की सेवाओं का सही आंकलन करते हुए कभी अन्तर्राष्ट्रीय ब्राह्मण महासंस्था हो या पूर्वांचल आर्टिस्ट एसोसिएशन हो उन्हें सम्मानित करके खुद को गौरवान्वित किया है। इसके साथ ही अन्य कई संस्थाओं ने उन्हें सम्मान पत्र प्रदान किये हैं।
जानकार बताते हैं कि चिलचिलाती धूप हो झमाझम बरसता पानी हो, जब भी जरूरत होती है एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा अपने अधिनस्थों के भरोसे न रहकर खुद ही मोर्चा सम्भाल लेते हैं। उन्होंने कोविड़ 19 के दौरान कई बार यातायात पुलिस के जवानों सहित यातायात सम्भालने में सहायक होमगार्ड के जवानों को मास्क और सेनेटाईजर उपलब्ध कराये हैं। इसके साथ ही लोगों को यातायात का पालन करने के चलाये गये जागरूकता अभियान के तहत उन्होंने खुद स्कूल-कालेजों सेमिनार आयोजित करायी और स्कूली बच्चों को यातायात नियमों का पालन करने के फायदे व पालन नहीं करने के नुकसान से अवगत कराते हुए खुद और अपने परिजनों को यातायात नियमों का पालन कराने के लिए प्रेरित किया है। इसके साथ उन्होंने दुपहिया वाहन चालकों को हैलमेट की अनिवार्यता से अवगत कराने के लिए कभी खुद ही हैलमेट उपलब्ध कराया तो कभी सख्ती से पेश आकर उनका चालान काटकर दण्ड़ित भी किया है। यातायात नियमों के प्रति जागरूकता अभियान के तहत उन्होंने रोड़वेज बस अड्डों, हवाई अड्डे सहित रेलवे स्टेशन सहित अन्य कई स्थानों पर कई बार विशेष कैम्पेन चलाये हैं।
सीनियर पीपीएस अफसर आदित्य प्रकाश वर्मा की नेकदिली की बात करें तो उन्होंने एक बार सुबह अपने सरकारी आवास में किसी कारण से घायल हुई चिड़िया को देखकर परेशान हो गये और तुरन्त ही चिकित्सकों को बुलाकर उसका उपचार कराया। उपचार के बाद चिरैया जब स्वस्थ हो गयी, तब इस हमदर्द इंसान ने चैन की सांस ली थी। ऐसा ही एक मामला लाॅकडाउन के दौरान गाजियाबाद में फंसे गोरखपुरवासी युवक को जब कोई रास्ता नहीं सूझा तो उसने सीधा अपने जनपद के मददगार एसपी ट्रैफिक को फोन लगाया और सारे वाकिये की जानकारी दी। आदित्य प्रकाश वर्मा ने भी सच्चे और अच्छे मददगार की तरह अपने परिचितों के माध्यम से उन्हें वहीं बैठे-बैठे मदद उपलब्ध करा दी। तो ऐसे हैं गोरखपुर के एसपी ट्रैफिक आदित्य प्रकाश वर्मा।