शि.वा.ब्यूरो, खतौली। त्रिवेणी ग्रुप की शुगर मिल ने गन्ना पेराई करने और चीनी उत्पादन करने में देश में पहला स्थान बनाया है। खतौली ने 247.50 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई कर 29.25 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। यह अब तक का देश में किसी एक चीनी मिल का पेराई और उत्पादन का बड़ा रिकार्ड है। जिला गन्ना अधिकारी डॉ आरडी द्विवेदी ने बताया कि खतौली चीनी मिल ने 30 अक्तूबर 2019 को पेराई सत्र का शुभारंभ किया bhiथा और 11 जून को समापन किया। चीनी मिल की कुल रिकवरी का औसत 11.83 प्रतिशत रहा है। खतौली की पेराई क्षमता एक लाख साठ हजार क्विंटल प्रतिदिन की है जो देश में सबसे ज्यादा है।
चीनी मिल गन्ना पेराई लाख क्विंटल चीनी लाख क्विंटल रिकवरी
खतौली 247.50 29.25 11.83
धामपुर 237.45 25.33 11.06
पीलीभीत 229.30 27.07 11.81
दौराला 225.31 25.19 11.18
स्योहारा 214.09 24.47 11.53
गोला 211.95 25.15 11.87
मवाना 203.48 23.60 11.61
हरगांव 202.19 22.06 10.91
अजबपुर 194.56 18.96 10.64
हरियावन 191.09 22.14 11.03
जिला गन्ना अधिकारी डॉ आरडी द्विवेदी ने बताया कि चीनी मिल खतौली गन्ना मूल्य भुगतान में भी अच्छी स्थिति में हैं। चीनी मिल गन्ना पेराई और चीनी उत्पादन के साथ गन्ना मूल्य भुगतान में भी आगे चल रही है। इस सत्र में मिल किसानों का 507 करोड़ का भुगतान अब तक कर चुकी है। मिल ने 15 मार्च तक खरीदे गए गन्ना मूल्य का भुगतान कर दिया है। मिल इस सत्र का 67.65 प्रतिशत भुगतान कर चुकी है।
सूत्रों अनुसार गन्ना पेराई और चीनी उत्पादन में देश की टॉप लिस्ट में सभी चीनी मिलें यूपी की हैं। महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक की मिलें प्रतिस्पर्धा में नहीं आ सकीं। हरियाणा में पहले नंबर पर रहने वाली यमुनानगर की चीनी मिल केवल 164 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की कर पाई। कर्नाटक में पहला स्थान पाने वाली गोदावरी मिल 152 लाख 66 हजार क्विंटल गन्ने की पेराई कर पाई और गुजरात में पहले स्थान आने वाली बारदौली मिल केवल 151 लाख 34 हजार क्विंटल गन्ना की पेराई कर पाई।
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