शि.वा.ब्यूरो, लखनऊ। विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण पूरा होने के बावजूद शिक्षक पद पर भर्ती न किए जाने से नाराज अभ्यर्थियों ने निशातगंज स्थित शिक्षा निदेशालय व राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद ;एससीआरटीद्ध का घेराव किया। इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी ;इग्नूद्ध व राजर्षि टंडन ओपन यूनिवर्सिटी से दूरस्थ शिक्षा के तहत बीएड करने वाले इन अभ्यर्थियों का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अधिकारी उन्हें बेवजह दौड़ा रहे हैं। करीब 750 अभ्यर्थियों को नौकरी देने में आनाकानी की जा रही है। अभ्यर्थी बेसिक शिक्षा निदेशक डीबी शर्मा से मिलने की मांग पर अड़े रहे। जब वह अभ्यर्थियों से नहीं मिले तो उन्होंने नारेबाजी करते हुए आंदोलन छेड़ने की घोषणा की।
इग्नू-राजर्षि टंडन दूरस्थ बीएड शिक्षक संघ के नेता अरविंद कुमार राय ने बताया कि वर्ष 2007-08 में शिक्षक पद पर भर्ती के लिए उन्हें आवेदन भरने से रोका गया था, जिसके खिलाफ उन्होंने न्यायालय में गुहार लगाई। हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट दोनों में उनके पक्ष में फैसला आने के बाद 18 नवंबर 2014 को अभ्यर्थियों को विशिष्ट बीटीसी का प्रशिक्षण देने के आदेश हुए। करीब 750 अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग बीते 12 दिसंबर 2015 को पूरी हुई। अब हम सभी अपनी मौलिक नियुक्ति की मांग को लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन वह हमें न्याय देने को तैयार नहीं हैं। एससीआरटी में शिक्षा विभाग की उच्च स्तरीय बैठक थी और बाहर यह अभ्यर्थी धरने पर बैठे थे। अरविंद कुमार राय कहते हैं कि हम लोगों से कहा गया कि पांच प्रतिनिधि अंदर आ जाएं और आपकी बात बेसिक शिक्षा निदेशक सुनेंगे। मगर वह बिना हमसे वार्ता किए ही वहां से निकल गए। उन्होंने बताया कि हम सभी अभ्यर्थी पूरा दिन यहां पर शांतिपूर्ण ढंग से धरने पर बैठे रहे, लेकिन जब अधिकारियों ने हमारी बात नहीं सुनी तो नारेबाजी तेज हो गई। अब इसके विरोध में आंदोलन चलाया जाएगा।
शिक्षा निदेशक व एससीआरटी कार्यालय घेरा (शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र के वर्ष 12, अंक संख्या-23, 04 जनवरी 2016 में प्रकाशित लेख का पुनः प्रकाशन)