गौरव सिंघल, सहारनपुर। भारतीय योगासन स्पोर्ट्स फेडरेशन और उत्तर प्रदेश योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन से संबद्ध सहारनपुर जिला योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय योगासन स्पोर्ट्स प्रतियोगिता का शुभारंभ आज मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योगाश्रम के महर्षि पतंजलि सभागार में विभिन्न वर्गों के सौ से अधिक पुरुष एवं महिला प्रतिभागियों, अनेक विद्यालयों और गुरुकुलों से आए योगाचार्यों और शिक्षकों की मौजूदगी में हुआ। सहारनपुर योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन की इस अनूठी प्रस्तुति का उद्घाटन योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण, एसोसिएशन के संरक्षक व हरि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन सुभाष चौधरी और सेना कमांडेंट कर्नल राकेश शर्मा ने एक साथ साधनादीप जलाकर किया। इससे पूर्व इस योग समागम में उनका स्वागत तालियों की गड़गडाहट के बीच एक ही योगी पर सात योगियों का भार लिए लोमहर्षक योग कोलाज के साथ हुआ।
कमांडेंट राकेश शर्मा ने योग और सेना के हजारों साल पुराने गहरे रिश्ते का जिक्र किया और कहा कि ये योग और योगी ही हैं जो सैनिक को युद्ध धर्म से विमुख नहीं होने देते। उन्होंने गर्व के साथ याद किया कि मोक्षायतन योग संस्थान और रिमाउंट ।डिपो ने साथ मिलकर दुनिया को माउंटेड योग दिया। हरि ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन सुभाष चौधरी ने अपनी शिक्षा संस्थाओं में योग के सफल प्रयोगों का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षा का मकसद व्यक्तित्व का संतुलित विकास है। जिसमें योग मय जीवनशैली का अचूक योगदान है।
जाने-माने योगगुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण ने स्कूली बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि आज दुनिया स्वस्थ और सफल जीवन के लिए भारतीय योग की कायल हो चुकी है लेकिन भारत के डी एन ए में योग है इसलिए इस योग विरासत को ठीक से संभालने और आगे बढ़ाने का कार्य भारत की नई पीढ़ी को ही करना होगा। उन्होंने कहा कि योग स्पर्धा का नहीं व्यक्तित्व के रूपांतरण का विषय और जीवन का विज्ञान है, इसलिए हार जीत की भावना से ऊपर उठकर योगासनों की सही और प्रेरक प्रस्तुति में ध्यान देना चाहिए।
इससे पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक रविदत्त शर्मा ने जिले के सभी स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राओं को स्वास्थ्य, शिक्षा और अनुशासन के लिए योगासन स्पोर्ट्स स्पर्धा में भाग लेने के निर्देश जारी किए। समाचार लिखने तक विविध वर्गों में हो रही स्पर्धा के चार राउंड पूरे हुए थे। संस्थाध्यक्ष एन के शर्मा, उपाध्यक्ष योगाचार्य अनीता शर्मा, सचिव नवनीशकांत व ऋचा शर्मा के अलावा निर्णायक मंडल के सीमा गुप्ता, योगाचार्य प्रदीप कंबोज, पीयूष खेड़ा, डा आयुष धवन, पुरु वर्मा, नारायण वर्मा के अलावा अनेक विद्यालयों और गुरुकुलों के आचार्य उद्घाटन सत्र में मौजूद रहे।