टीबी उन्मूलन में रोगियों को गोद लेकर सहारा देने की योजना के मिल रहे हैं अच्छे नतीजे, गोद लिए 1500 रोगियों को आईटीसी ने बांटी किट

गौरव सिंघल,सहारनपुर। भारत में 2025 तक टीबी मुक्त लक्ष्य की पूर्ति को चलाए जा रहे अभियान में ऐसे रोगियों को गोद लेकर उनके उपचार में मदद करने का अच्छा प्रभाव सामने आ रहा है। सहारनपुर जनपद में वर्तमान में करीब 5800 टीबी के सक्रिय रोगी हैं। आज जिला अस्पताल के टीबी सेनेटोरियम सभागार में आयोजित कार्यक्रम में सहारनपुर की आईटीसी कंपनी की ओर से 1500 टीबी रोगियों को 1000 रूपए कीमत की सामग्री वाली किट वितरित की गई।।सीएमओ डा. संजीव मांगलिक ने कहा कि किट में एक माह की पोषण सामग्री होती है। जिसमें कुछ प्रोटीन युक्त सामग्री गुड़, सत्तू, गजक, 


भुना हुआ चना आदि शामिल हैं। इसे खाने से टीबी रोगियों को ताकत मिलती है और वे जल्द स्वस्थ हो जाते हैं। डा. मांगलिक ने कहा कि कुछ माह पूर्व सहारनपुर में अपने आगमन के दौरान प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने अपील की थी कि टीबी रोगियों को गोद लेकर उनकी समुचित देखभाल और उपचार कराया जाना चाहिए। जिला अस्पताल की ओर से हर माह टीबी रोगियों को 500 रूपए की धनराशि भी मिलती है लेकिन गोद लिए जाने के बाद टीबी रोगियों का मनोबल भी बढ़ा है और वे समयावधि में तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। डा. मांगलिक ने कहा कि जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, सीडीओ विजय कुमार और खुद उन्होंने भी टीबी रोगियों को गोद लिया। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सकों, आईएमए से जुड़े  प्रमुख चिकित्सकों ने भी टीबी रोगियों को गोद लिया हुआ है और उन सभी रोगियों की समुचित देखभाल और चिकित्सा हो रही है। सहारनपुर की प्रमुख सिगरेट कंपनी आईटीसी ने एक साथ 1500 टीबी रोगियों को गोद लेकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस कार्यक्रम में सीडीओ विजय कुमार ने कहा कि समय पर इलाज मिल जाने से टीबी के रोगी पूरी तरह से स्वस्थ हो जाते हैं। सीएमओ डा. संजीव मांगलिक ने कहा कि अगले छह माह के दौरान आईटीसी टीबी रोगियों को पोषण किट देती रहेगी। कार्यक्रम में करीब 100 रोगियों को एक-एक माह की पोषण किट दी गई। इस दौरान कार्यक्रम में आईटीसी के जीएम फाइनेंस और टीबी सेनेटोरियम के अधीक्षक डा. अखिल टंडन, डा. एसके जैन, डा. रजनीश कुमार, डीटीओ डा. रणधीर सिंह, लेब सुपरवाइजर एमपी चावला आदि मुख्य रूप से मौजूद रहे।

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