एसडी काॅलेज ऑफ काॅमर्स में सकारात्मक दृष्टिकोण का जीवन पर प्रभाव विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी काॅलेज फ काॅमर्स मेंआन्तरिक गुणवत्ता एवं सुनश्चयन प्रकोष्ठ एवं श्रीब्रह्मकुमारी सेंटर के संयुक्त तत्वाधान में सकारात्मक दृष्टिकोण का जीवन पर प्रभाव विषय पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।  विचार गोष्ठी का शुभारम्भ ब्रह्मकुमारी की तोशी दीदी, ब्रह्मकुमारी तनु दीदी, मुकुल दुआ व महाविद्यालय के प्राचार्य डा0 सचिन गोयल, डा0 सौरभजैन, डा0 रवि अग्रवाल, एकता मित्तल, डा0 अमित कुमार ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती की वंदना करके किया।

मुकुल दुआ ने योग एवं योगिक शिक्षा का महत्व बताते हुए कहा कि नैतिक मूल्यों से बच्चों में चरित्र का निमार्ण होता है। उन्होंने कहा कि इससे समाजीकरण की भावना का विकास होता हैं। उन्हांेने कहा कि इसके लिए योग एवं उसकी शिक्षा एक प्रेरणा स्त्रोत का कार्य करती हैं। उन्होने छात्र-छात्राओं को कुछ आसान यौगिक क्रियाएं भी सिखाई।

ब्रह्मकुमारी की तनु दीदी ने कहा कि भौतिक शिक्षा के बजाय मानव को नैतिक शिक्षा की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों की कमी ही समाज की हर समस्या का मूल कारण हैं। उन्होंने कहा कि नैतिक मूल्यों एवं उच्च आदर्शो से आत्मविश्वास व आत्मचेतना भी मजबूत होती है। ब्रह्मकुमारी तोशी दीदी ने कहा कि हमें अपने दृष्टिकोण को सकारात्मक बनाने के लिए ज्ञान की आवश्यकता हैं। उन्होंने कहा कि दृष्टिकोण सकारात्मक रहने पर मनुष्य हर परिस्थिति में सुखी रह सकता है। 

प्राचार्य डा0 सचिन गोयल ने वक्ताओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि समाज में व्यक्ति दो चीजों से पहचाना जाता है, पहला ज्ञान और दूसरा उसका नैतिक व्यवहार। उन्होंने कहा कि सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्ति के सर्वांगीण विकास के लिए अति आवश्यक हैं। डा0 सौरभ जैन ने वक्ताओं एवं प्राचार्य का आभार व्यक्त करते हुए प्रतीक चिन्ह भेंट किये।

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