गौरव सिंघल, देवबंद। पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के विचारों को आगे बढ़ाने के लिए और कृषि प्रधान देश भारतवर्ष में किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए भारतीय किसान यूनियन वर्मा ने एक बैठक देवबंद गन्ना समिति में की।
बैठक को संबोधित करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा व पश्चिम प्रदेश मुक्ति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भगत सिंह वर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री किसान और गरीबों की आवाज चौधरी चरण सिंह अपने आप में एक संपूर्ण संस्था थे। वह देश के एक बड़े अर्थशास्त्री थे जो राजनीतिक क्षेत्र में हमेशा गरीबों, किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों, दुकानदारों, बेरोजगारों, युवाओं और देश की उन्नति के लिए लगातार कार्य करते रहे। भगत सिंह वर्मा ने केंद्र सरकार से पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने की मांग की। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह इसके असली हकदार है उन्हें मरणोपरांत भारत रत्न का सम्मान मिलना ही चाहिए।
भगत सिंह वर्मा ने कहा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है। किसानों की उन्नति से ही देश की उन्नति संभव है, इसलिए किसानों को उनकी फसलों का लाभकारी मूल्य दिलाया जाए, उनके सभी कर्ज माफ किए जाएं, मनरेगा योजना को खेती से जोड़ा जाए और किसानों को कृषि कार्य हेतु नि:शुल्क बिजली दिलाई जाए। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए भारतीय किसान यूनियन वर्मा के मंडल उपाध्यक्ष सरदार गुलविंदर सिंह बंटी ने कहा कि चौधरी चरण सिंह की नीतियों पर चलकर ही देश को उन्नति शील बनाया जा सकता है। बैठक का संचालन भारतीय किसान यूनियन वर्मा के जिला उपाध्यक्ष मास्टर रईस अहमद ने किया।
बैठक में ब्लॉक अध्यक्ष मोहम्मद वाजिद, हाजी सुलेमान, मोहम्मद यासीन त्यागी, अशोक चौधरी, रविंद्र प्रधान, सुधीर चौधरी, अरविंद चौधरी, हरपाल सिंह, जोगिंदर सिंह, नीरज सैनी प्रधान, नैन सिंह सैनी, महबूब हसन, मोहम्मद सुलेमान, डॉक्टर यशपाल त्यागी, सुभाष त्यागी आदि ने भाग लिया।