सेवानिवृत्ति पर विदाई गीत

डॉ. दशरथ मसानिया,  शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

यादव वंश शिरोमणि,कृष्ण देव भगवान।
ग्वाल बाल के संग में,कीन्ही लीला आन।।1
चामुंडा देवास की, मैया राखे लाज।
शारद माता ज्ञान दे,सुखी रखें गणराज।।2
दौला के दो सुत भये, चुन्नी श्यामलाल।
दोनों भाई प्रेम से, सदा रहें खुशहाल।।3
पिता श्याम के लाड़ले, बेटा भये दयाल।
दिनेश दिवाकर से बने,पार्वती के लाल।।4
फरवरी सत्रह जानिए,सन इकसठ का आन।
नाथ मोहल्ला छा रहा,बेटा का गुणगान।।5
हंसी खुशी पालन किया,शाला करें बखान।
तर्रासी में शिक्षक बने,सफल चौपड़ा ग्राम।।6
चौदह साल पूरे करें, फिर नगर को आन।
तब से सिंधी माध्यमिक, शाला करते काम।।7
बीएलओ भी आप रहे, रखते पूरा ध्यान।
निर्वाचन आयोग ने, सदा किया सम्मान।।8
ग्राम चीकली में दिखें, फसलें खड़ी बहार।
बीस बीघा खेत में, चिड़ियों की किलकार।।9
राधे कृष्ण कृपा करें, भरें सदा भंडार।
धन धन गुरवर आपको, होवे जय जय कार।।10
धन्यवाद है आपका,दिल से है आभार।
बड़े परिश्रम से किये,शिक्षण के सद्कार।।11
जब भी आगर आओगे, बहुत मिलेगा प्यार।
बैजनाथ के धाम पे, होगा बहु सत्कार।।12
23, गवलीपुरा आगर, (मालवा) मध्यप्रदेश
 

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