शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। नगर निगम के मेयर पद के प्रत्याशी के चयन का काम सत्तारूढ़ दल भाजपा के लिए ही नहीं, बल्कि मुख्य विपक्षी दलों सपा और बसपा के लिए भी चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। सभी दलों का शीर्ष नेतृत्व जिताऊ उम्मीदवार के नाम पर गंभीरता से मंथन कर रहा है। भाजपा के लिए जो जीत की सबसे बड़ी दावेदार है ऐसे उम्मीदवार का चयन करने को लेकर माथा पच्ची कर रही है, जो जीत की गारंटी भी माना जाए और पार्टी के सभी खेमों को भी मान्य हो।
भाजपा, सपा और बसपा तीनों दलों के प्रभावशाली नेताओं से बातचीत कर उनके मन की टोह लेने का काम किया। मोटे तौर पर दलीय नेता कहीं न कहीं किसी एक नाम पर सहमत हैं लेकिन अभी अपने पत्ते खोलने में संकोच कर रहे हैं। सभी दल चुनाव की घोषणा होने और उम्मीदवारों के नामांकन करने तक प्रत्याशी चयन का इंतजार करना चाहते हैं। लेकिन चुनाव एकदम सिर पर हैं और हर पार्टी अपने उम्मीदवार को थोड़ा समय भी देना चाहती है। ताकि वह जीत की मनस्थिति के साथ मैदान में उतर सके।
समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक एवं पूर्व मंत्री संजय गर्ग ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की ओर से राज्यसभा सदस्य जावेद खान सहारनपुर आए हैं और संभावित प्रत्याशियों के नामों पर स्थानीय नेताओं के साथ मंत्रणा कर रहे हैं। वह पार्टी के पर्यवेक्षक हैं और प्रमुख नामों की सूची बनाकर साथ ले जाएंगे और उस पार्टी नेतृत्व विचार कर जल्द उम्मीदवारी की घोषणा करेगा। बसपा के पूर्व विधायक एवं मायावती के विश्वासपात्र रविंद्र मोल्लू ने आज कहा कि बहन मायावती इमरान मसूद की पसंद को देगी तरजीह। इमरान मसूद का इस जिले के मुसलमानों पर असर है। वह जिस दल में भी रहते हैं, मुसलमानों की हमदर्दी और समर्थन उन्हीं के साथ रहता है। मौजूदा बसपा सांसद हाजी फजर्लुरहमान कुरैशी ने नवंबर 2017 में सहारनपुर नगर निगम के मेयर पद के पहली बार हुए चुनाव में 119200 वोट लेकर भाजपा के विजयी प्रत्याशी संजीव वालिया को कड़ी चुनौती पेश की थी। संजीव वालिया ने 121201 मत प्राप्त किए थे। भाजपा 70 वार्डों में से 28 पार्षद जिताने में सफल रही थी। पांच पार्षद आखिरी के साल में भाजपा में शामिल हो गए थे। वार्डों का आरक्षण बदल जाने से 15 से 20 पार्षद ही पार्टी उन्हें उम्मीदवार बना सकती है। सहारनपुर मेयर पद का चुनाव इस बार फिर से पिछड़े वर्ग का हो गया है। सहारनपुर नगर निगम में इस बार 221450 मतदाता हैं। नगर विधान सभा से उनकी संख्या 180000 ज्यादा है और इनमें 80000 नए मतदाता हैं। पिछले विधान सभा चुनावों में भाजपा के राजीव गुंबर सपा उम्मीदवार संजय गर्ग को 7340 वोटों के अंतर से हराने में सफल हो गए थे लेकिन नगर निगम का चुनाव बिल्कुल नए समीकरणों के साथ भाजपा के लिए भी नई चुनौती पेश करेगा। मेयर संजीव वालिया ने इस बार टिकट के लिए आवेदन नहीं किया है।
भाजपा में करीब 17 लोग टिकट मांग रहे हैं। नगर निगम चुनाव के भाजपा के सहप्रभारी मेरठ छावनी के विधायक अमित अग्रवाल ने अभी हाल ही में पार्टी के जिला स्तरीय प्रमुख नेताओं के साथ बैठक की थी। जिसमें संजीव वालिया ने फिर से चुनाव लड़ने को लेकर अपनी अनिच्छा जाहिर की थी, लेकिन उनका कहना है कि यदि पार्टी उन्हें चुनाव लड़ने का आदेश करेगा तो वह आदेश का पालन करेंगे। भाजपा में डा. अजय सिंह, कांग्रेस से आए शशि वालिया के साथ-साथ राजकुमार राजू, पूर्व विधायक महिपाल माजरा, अशोक पंवार, चौधरी भगत सिंह आदि टिकट के दावेदारों में शामिल माने जा रहे हैं।