शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरपुर (बिहार)। विद्यालय के शिक्षक विद्यालय को आदर्श विद्यालय के रुप में स्थापित करने के लिए जब कुछ बेहतर कार्य करते हैं तो सचमुच उस विद्यालय के शिक्षक पर शिक्षिका पर गौरव का एहसास होता है। विद्यालय में आदर्श वातावरण स्थापित करने के उद्देश्य से और समाज में सकारात्मक संदेश देने के उद्देश्य से बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर जिले के बंदरा प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय सिमरा मल्लाह टोला में रक्षाबंधन को लेकर एक विशेष आयोजन किया गया। इस विशेष आयोजन में मुख्य भूमिका विद्यालय के प्रधानाचार्य अजीत कुमार व विद्यालय की शिक्षिका अंजू ललितोषा की रही।
रक्षाबंधन से एक दिन पूर्व बच्चों में रचनात्मक कार्य में वृद्धि लाने के उद्देश्य से विद्यालय की शिक्षिका अंजू ललितोषा द्वारा व प्रधानाचार्य अजीत कुमार के दिशानिर्देशन में बच्चों के बीच राखी मेकिंग का आयोजन रखा गया। विद्यार्थियों ने विविध प्रकार की राखियां अपने हाथों से निर्मित की। तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य अजीत कुमार ने समाज में सकारात्मक संदेश देने के उद्देश्य से जो कार्य किया उसे हर विद्यालय में किया जाए तो वाकई में विद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ संस्कार का भी एक सुंदर महौल व्याप्त होगा। रक्षाबंधन के दिन विद्यालय में एक अनुपम कार्य करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य अजीत कुमार ने एक घोषणा की, कि जिन बच्चियों की अपने भाई नहीं हैं, वे सभी बच्चियां मुझे राखी बांधेगी, आपका अपना भाई नहीं तो क्या हुआ मैं आपके भाई जैसा ही हूँ, आपने जो राखी बनाई है वह मुझे बांधिए। यह सुनते ही उन बच्चियों के चेहरे पर ख़ुशियों की अनगिनत रेखाएं खींच गई जिनका अपना भाई नहीं था। विद्यालय में उपस्थित बच्चियों ने बड़े ही हर्ष से प्रधानाचार्य की कलाई पर राखी बांधी।
प्रधानाचार्य ने कहा कि मेरा उद्देश्य एकमात्र यही है कि मैं आपको पढ़ाई का एक बेहतर महौल देने के साथ-साथ आपको विद्यालय में एक पारिवारिक महौल भी दूं ताकि आपके अंदर कोई झिझक ना रहे कोई संकोच ना रहे। साथ ही विद्यालय के प्रधानाचार्य ने कहा कि बच्चियों को यह एहसास ना हो कि उनका भाई नहीं है तो मेरा रक्षाबंधन का त्योहार फीका है, तो यह भावना उनके अंतर्मन में ना पनपे इस उद्देश्य से विद्यालय के प्रधानाचार्य और विद्यालय की शिक्षिका द्वारा यह अनुपम आयोजन रक्षाबंधन के दिन संपन्न किया गया। गर्व है इस विद्यालय के प्रधानाचार्य पर इस विद्यालय की शिक्षिका पर कि इनके द्वारा समाज में सार्थक संदेश देने के उद्देश्य से इस तरह के अनमोल आयोजन किए जाते हैं।