मदन सिंघल, सिलचर। असम सरकार द्वारा विशेष योगदान के लिए प्रकाशित शिक्षकों की सूची में कछार जिले से एक भी शिक्षक न मिलना दुखद है। कछार की पूरे असम में अपने विशिष्ट शिक्षकों के लिए हमेशा प्रतिष्ठा रही है, तो इस वर्ष क्यों नहीं? असम सरकार ने कछार के सम्मानित और योग्य शिक्षकों का व्यवस्थित रूप से अपमान क्यों किया है? ऐसे समय में जब इसरो से जुड़े कछार के वैज्ञानिक वाई विशाल सिंह ने जिले, राज्य और पूरे देश के लिए नाम और प्रसिद्धि अर्जित की है, शिक्षकों का एक वर्ग ऐसी प्रतिभा को निखारने से वंचित है, क्यों?
असम प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रवक्ता संजीव राय ने तुरंत इस संबंध में असम के मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री से संपर्क किया और एक श्वेत पत्र की मांग है। इसके अलावा कांग्रेस इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रही है। उसका मानना है कि ऐसे काले प्रकरणों से जुड़ी सारी जानकारी सामने आनी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
संजीव राय ने असम के शिक्षा मंत्री से अनुरोध किया है कि कछार जिले के प्रतिष्ठित शिक्षकों को सम्मानित करने की प्रक्रिया तुरंत शुरू करें और उनके विशेष योगदान के लिए एक सूची तैयार करें। उन्होंने सरकार से उनके स्वागत के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का भी अनुरोध किया है।
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