शि.वा.ब्यूरो, देवबंद। एशियन गेम्स में पदक जीतकर अपने गांव पहुंचे कार्तिक का फूल-मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान बेटे को गले लगाकर मां भावुक हो गईं। वहीं, पिता ने भी यह अहम बात कही। चीन के हांगझोऊ में आयोजित एशियन गेम्स में दस हजार मीटर दौड़ में रजत पदक जीतने वाले कार्तिक आज अपने गांव शिमलाना पहुंचे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। कार्तिक की जीत के बाद पूरे गांव में भी जश्न का माहौल है, मिठाइयां बांटकर खुशी मनाई गई। एशियन गेम्स में दस हजार मीटर दौड़ में पदक जीतकर गांव लौटे खिलाड़ी कार्तिक का गांव भायला से लेकर महेशपुर, शिमलाना में जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। लोगों ने फूल-मालाओं से कार्तिक का स्वागत किया और एक-दूसरे को मिठाइयां बांटी गईं। गांव में भी पूरे दिन जश्न का माहौल रहा। कार्तिक भारतीय सेना में जवान है और वह भारतीय रोइंग टीम के खिलाड़ी भी है।
जनपद के बड़गांव क्षेत्र के गांव शिमलाना निवासी कार्तिक ने चीन के हांगझोऊ में चल रहे एशियन गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक प्राप्त किया और जनपद का नाम देश में रोशन किया। पदक विजेता कार्तिक का पहले मुजफ्फरनगर-देवबंद-सहारनपुर हाईवे पर स्थित टोल पर खुली जीप में सवार खिलाड़ी का लोगों ने गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान डीजे की धुनों पर युवा देशभक्ति के नारे लगाते हुए थिरकते नजर आ रहे थे। लोगों ने फूल मालाओं से कार्तिक का स्वागत किया और एक दूसरे को मिठाईयां बांटीं।
स्वागत करने वालों में औधौगिक विकास एवं संसदीय राज्यमंत्री जसवंत सैनी भाजपा के पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, पूर्व विधायक शशिबाला पुंडीर, क्षत्रिय महासभा प्रदेश अध्यक्ष कानसिंह राणा, जिला सहकारी बैंक चैयरमैन राजपाल सिंह जुड़ा,सपा नेता कार्तिकेय राणा, पूर्व ब्लाक प्रमुख अनिल कुमार, अभय राणा सहित काफी संख्या में गणमान्य लोग मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मनोज राणा व कार्यक्रम की अध्यक्षता मांगेराम ने की। वर्ष 2018 जनवरी में जापान में हुई 18वीं एशियाई जूनियर एथलेटिक्स प्रतियोगिता में दस हजार मीटर दौड़ में कार्तिक ने भारतीय सेना की तरफ से प्रतिभाग करते हुए कांस्य पदक जीता था।
अब कार्तिक द्वारा रजत पदक जीतने पर शिमलाना इंटर कालेज में आयोजित कार्यक्रम में पिता बीरसिंह, प्रधान काका राणा, रविंद्र सिंह, ऋषिपाल सिंह, मनोज कुमार, नितिन राणा, किरनपाल सिंह, बीरसिंह बागेश राणा, अशोक कुमार, प्रधानाचार्य दुष्यंत कुमार, राधेश्याम, सुधीर सहित आसपास के ग्राम प्रधानों रजत पदक विजेता कार्तिक को आर्शीवाद दिया। पदक विजेता कार्तिक राणा ने घर पहुंचकर मां सुदेश के पैर छुए तो मां बेटे को गले लगाकर भावुक हो गई। मां ने देश में नाम रोशन करने पर बेटे को आगे भी देश का नाम रोशन करने का आशीर्वाद दिया। उधर, पिता बीरसिंह ने बताया कि बचपन से ही बेटे का सपना रहा है जो आज पूरा हुआ है।