शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। जिले के कस्बा रामपुर मनिहारान में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए नौजवान जमील फोरमेन ने शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर अपने आवास पर नौ कन्याओं का बाकायदा पूजन कर उनको भोजन कराया। जमील अहमद ने देवी स्वरूप कन्याओं को प्रसाद के साथ उपहार भी भेंट किए। जमील अहमद के इस पुनीत कार्य के लिए उनकी सर्वत्र प्रशंसा की जा रही हैं। अहम बात यह है कि मुस्लिम समुदाय ने भी उनके इस पुनीत कार्य को सह्दयता के साथ स्वीकार किया है और हिंदू धर्म का सम्मानपूर्वक पालन करने पर उन पर किसी तरह की नुक्ताचीनी नहीं की है।
हिंदू परिवारों ने भी अपनी बेटियों को जमील अहमद के यहां भेजने पर किसी तरह का कोई ऐतराज नहीं किया। सभी ने अपनी बेटियों को जमील अहमद के आमंत्रण पर उनके यहां भेज दिया। जमील अहमद का कहना था कि वह इस कार्य को करके बहुत ही आनंदित और गर्व महसूस कर रहा है। ध्यान रहे जमील अहमद हर वर्ष दुर्गा अष्टमी के पावन पर्व पर अपने आवास पर शारदीय नवरात्र की अष्टमी पर कन्याओं का पूजन पूरे विधि-विधान के साथ करते हैं। वह कन्याओं के माथे पर रोली का तिलक, पुष्प वर्षा कर उनका आरती पूजन करते हैं और प्रसाद के रूप में हलवा, पूड़ी, जलेबी, दही, मिष्ठान के साथ भोजन कराते हैं। वह कन्याओं को दक्षिणा के रूप में फल, कुरकुरे उपहार आदि भेंट करते हैं। जमील अहमद सभी हिंदू त्यौहारों को पिछले करीब 10 वर्षों से पूरे विधि-विधान के साथ मनाते आ रहे हैं। कस्बा रामपुर में ही नहीं पूरे जनपद सहारनपुर में उनके इस पुनीत कार्य को बहुत ही अच्छी भावना से देखा जाता हैं।