राज्यपाल ने 325 आंगनवाडी केन्द्रों को वितरित की शैक्षणिक किट

शि.वा.ब्यूरो, सहारनपुर। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रेन्बो पब्लिक स्कूल में आयोजित आंगनबाडी केन्द्रों को किट वितरण समारोह में भाग लिया। इसके अन्तर्गत 325 आंगनवाड़ी केन्द्रों पर प्री स्कूल किट सामग्री वितरित की गयी। किट में ट्राई साइकिल, झूले वाले घोडे, नम्बर्स, एबीसीडी, फल, एनिमल्स, ब्लॉक्स, पजल्स, बॉल, क्ले, रिंग्स, स्टोरी बुक्स, एजुकेशनल मैप, व्हाइट बोर्ड, मार्कर एवं डस्टर, कुर्सी, मेज आदि शामिल है।  

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किट देने में सहयोग देने वाले विभिन्न विद्यालयों, संगठनों, एसोसिएशन व स्वयं सहायता सेवी संस्थाओं का धन्यवाद किया। उन्होंने आगंनवाडी कार्यकत्रियों से कहा कि इस किट में उपलब्ध साधनों का उपयोग बेहतर ढंग से किया जाए ताकि बच्चों में कौशल विकास के साथ सृजनात्मकता आ सके। महामहिम ने कहा कि छोटे बच्चों को संभालना एक कठिन कार्य होता है, जिसके भली प्रकार से निर्वहन के लिए आंगनवाडी कार्यकत्री बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि गुजरात में महिला एवं बाल कल्याण विभाग में कार्य से प्राप्त अनुभवों से काफी कुछ सीखने को मिला। इस दौरान कार्य करते हुए वहां की सभी आंगनवाडी केन्द्रों को समाज के सहयोग से सुविधायुक्त बनाया। उन्होंने समाज के प्रबुद्धजनों से इस पुण्य कार्य में बढ-चढ कर हिस्सेदारी करने को कहा। इसके साथ ही यह भी कहा कि समाज बहुत से लोग सेवा करना चाहते है किन्तु जानकारी के अभाव में वह सेवा करने से वंचित रह जाते है। ऐसे समाजसेवियों को प्रोत्साहित करने का सभी का दायित्व है। 
महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भावनात्मक संबोधत के तहत कहा कि शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी दान-पुण्य का सबसे ज्यादा प्रचलन है। छोटे बच्चों में ईश्वर का वास होता है जिनकी सेवा करने से ईश्वर खुश होंगे। श्रीमती आनंदी बेन पटेल ने कहा कि आज 325 आंगनवाडी केन्द्रों को दी जाने वाली इन शैक्षणिक किट के माध्यम से जो सकारात्मक प्रभाव पडेगा वो आपको आने वाले समय में दिखाई पडेगा। उन्होने संस्थागत प्रसव को शत-प्रतिशत करने पर जोर दिया। जोकि अभी 84 प्रतिशत है। इस कार्य में आंगनवाडी कार्यकत्री पूर्ण सहयोग करें। इसके साथ ही सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं का लाभ शत-प्रतिशत दिलाना सुनिश्चित करें। जब तक बच्चे का दाखिला पहली कक्षा में न हो जाए तब तक आंगनवाडी कार्यकत्री का दायित्व पूर्ण नहीं होता। बच्चों को संस्कार, शिक्षा और स्वास्थ्य देने में आंगनवाडी कार्यकत्रियों का महत्वपूर्ण योगदान है। आज आंगनवाडी कार्यकत्रियों को नई पहचान के साथ ही सम्मान मिला है। उन्होने कहा कि जो आंगनवाडी कार्यकत्री बेहतर कार्य कर रही है उनको सम्मानित किया जाए। शासकीय योजनाओं के द्वारा पात्रों को लाभान्वित किया जाए। 
महामहिम राज्यपाल ने स्टालों के निरीक्षण करते हुए बीसी सखियों की सराहना की। उन्होने कहा कि यह जानकर अत्यन्त प्रसन्नता होती है कि आज विभिन्न क्षेत्रों में लडकियां प्रगति के पथ पर निरंतर आगे बढ रही है। उन्होने सूत्र वाक्य देते हुए कहा कि शिक्षित होने पर समृद्धि आएगी। समृद्धि से ही सुख-चैन मिलेगा। उन्होने कमजोर बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने के लिए कहा। राज्यमंत्री संसदीय कार्य एवं औद्योगिक विकास  जसवंत सैनी ने कहा कि आंगनवाडी केन्द्रों को किट वितरण का कार्य जनसहभागिता के माध्यम से संभव हुआ। प्रदेश सरकार द्वारा विकास एवं जनकल्याण के कार्यों की चर्चा देश में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में हो रही है।
जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने कहा कि महामहिम राज्यपाल की प्रेरणा से जनप्रतिनिधियों एवं समाज के प्रबुद्धजनों के सहयोग से हम आंगनवाडी कार्यकत्रियों को किट दे पा रहे है। इन किटों का मूल उद्देश्य बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है। यही बच्चे देश का भविष्य है। उन्होने कहा कि भारत विकास यात्रा के माध्यम से सरकार की संचालित योजनाओं को गांव-गांव तक पंहुचाया गया। इसी के साथ महामहिम को अवगत कराया कि जनपद ने देश में सर्वाधिक 05 लाख 61 हजार 824 आयुष्मान कार्ड बनाए। इस अवसर पर सांसद कैराना प्रदीप चौधरी, विधायक रामपुर मनिहारान देवेन्द्र निम, विधायक नकुड  मुकेश चौधरी, महापौर डॉ0 अजय सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष मांगेराम चौधरी, कुलपति माँ शाकुम्भरी विश्वविद्यालय प्रोफेसर एच0एस0सिंह, कुलपति चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ श्रीमती संगीता शुक्ला, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 विपिन ताडा सहित अन्य जन प्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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