शि.वा.ब्यूरो, लखनऊ। दिवंगत साहित्यकार डॉ रंगनाथ मिश्र सत्य के 82वें जन्मदिन के उपलक्ष्य पर देश के हिन्दी साहित्यकार एवं प्रेमियों ने 53वें साहित्यकार दिवस एवं 59वें साहित्यकार सम्मेलन के रूप में करण भाई सभागार, गांधी भवन कैंपस में आयोजित किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो डॉ वी जी गोस्वामी रहे। इस अवसर पर सेवंती के फूल पुस्तक का लोकार्पण भी किया गया।
इस अवसर पर राजकीय दृष्टिबाधित बालिका इंटर कालेज लखनऊ के प्रवक्ता आलोक कुमार सिंह ने अपने दिवंगत दादा गौरी शंकर सिंह के स्मृति में वरिष्ठ लेखक एवं कवियत्री विजय कुमारी मौर्य श्विजयश् को सम्मान प्रदान कर अपने आप को सौभाग्यशाली कहा। आज के सिमटते परिवार, बुजुर्गों की उपेक्षा और मोबाइल, कम्प्यूटर, आनलाईन गेम के दौर में दादा दादी का महत्वपूर्ण महत्व दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। अपने दादा जी के नाम पर हिन्दी सेवियों को सम्मान प्रदान कर उन्हें याद और जीवंत रखने का भी एक प्रयास है। इस अवसर पर अनेकों लेखक लेखिकाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. योगेश गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम के अंत में सभी हिन्दी सेवियों ने हिन्दी के संवर्धन हेतु संकल्प लिया। स अवसर पर अखिल भारतीय अगीत परिषद्, लखनऊ ने हिन्दी साहित्य एवं हिन्दी मे विज्ञान सेवी आलोक कुमार सिंह के लेखन महत्व के दृष्टिगत साहित्य समिधा सम्मान प्रदान किया गया।