मोक्षायतन का 51वा स्थापना दिवस आयोजित

गौरव सिंघल, सहारनपुर। भारत सरकार द्वारा देश के अग्रणी योग संस्थान मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योग संस्थान का ५१वा स्थापना दिवस और गुरु पद्मश्री भारत भूषण का 73वा जन्मदिवस संस्थान के शिष्यों ने बड़े खास अंदाज में मनाते हुए स्वच्छता, श्रद्धा, सेवा, श्रमदान और  साधना की निरंतरता के संकल्प से समाज विशेषकर युवा पीढ़ी में गहरा संदेश छोड़ दिया। संस्थान के 51वे स्थापना दिवस उत्सव मे देश के अन्य हिस्सों से आए योग जिज्ञासुओं ने भी बड़ी संख्या में भागीदारी की। बेरी बाग स्थित संस्थान मुख्यालय स्थित पतंजलि सभागार में विश्व कल्याण यज्ञ, नेशन बिल्डर्स एकेडमी परिसर व आसपास के क्षेत्रों में स्वच्छता अभियान, सहभोज, भंडारा और सामूहिक संकल्प कार्यक्रम की शुरुआत योग गुरु पद्मश्री स्वामी भारत भूषण और संस्थान निदेशक गुरु मां आचार्या प्रतिष्ठा ने रामपुर स्थित मोक्षायतन संस्थान की भारत योग शाखा में पहुंचकर नए सभागार का लोकार्पण करके की।

इस अवसर पर केंद्र प्रभारी आचार्य शशिकांत शर्मा योगाचार्य नवनीशकांत, ऋचा बड़थ्वाल, नैना शर्मा और उद्भव के अलावा बड़ी तादाद में मौजूद लोगों ने योग साधकों की मनोहारी प्रस्तुतियों का आनंद लिया। 51वां स्थापना दिवस योग संस्कार संकल्पदिवस के रूप में मनाते हुए अंतर्राष्ट्रीय योग एवं कथक गुरु आचार्या प्रतिष्ठा ने सभी को अपने भीतर नियमित साधना से योगशक्ति और सेवा से देशभक्ति जगाने का विशेष संकल्प भी दिलाया। मुरादाबाद शाखा के आचार्य अमित गर्ग, भारत योगी पुनीत, भारतयोगी आलोक श्रीवास्तव, सुमन्यू सेठ, विक्रांत जैन, योगाचार्या अनीता शर्मा, कंचन तेहरी , नारायण वर्मा, कुमार वैभव, मुकेश शर्मा, शिवम और विष्णु वर्मा ने अटूट भंडारे का संचालन किया। प्रसिद्ध बाल योगिनी देवी प्रत्यक्षा के संकीर्तन और आचार्य प्रदीप कंबोज के भजनों ने अपना समा बांधा। योग गुरु स्वामी भारत भूषण का जन्मदिन होने से साधकों ने पुष्पर्चन एवं गुरु वंदन से गुरुदेव का सत्कार करते हुए मोक्षायतन की योग यात्रा आधा घंटे की डॉक्यूमेंट्री फिल्म द्वारा दिखाई गई। 

इस अवसर पर अपने आशीर्वचन में गुरु भारत भूषण ने कहा कि यह मात्र एक व्यक्ति या संस्था का जन्मदिन नहीं बल्कि एक विचार  हर साधक के योगस्थ, स्वस्थ व देशधर्म हित व्यस्त हो रहने के आंदोलन का स्थापनादिवस है जिसकी आधारशिला भारत का मूल योग है। उन्होंने कहा कि देश के राष्ट्रपति राज्यपाल मुख्यमंत्री और संघप्रमुख डा मोहन भागवत जी समेत महान विभूतियों का आगमन होते रहने से मोक्षायतन बड़ा योग संस्थान नहीं है बल्कि इसके साधकों के सेवाभाव योग संस्कृति के प्रति समर्पण की अटूट श्रृंखला ने देश और दुनिया की महान विभूतियों को यहां आने के लिए प्रेरित किया है इसलिए साधकों का ध्यान निजकर्मधर्म  पर ही रहना चाहिए। ५० वर्ष पुराने वरिष्ठ यजमान गुलशन निझारा, स. जरनैल सिंह और जंगवीर सैनी को श्रीफल पुष्पवर्षा से आशीर्वाद दिया गया और गुरुदेव के  बालसखा महंत कौशलेंद्र स्वामी को श्रीफल पुष्प वर्षा से सत्कारित किया गया।

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