गौरव सिंघल, सहारनपुर। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की गन्ना पट्टी में राजपूतों की टिकटों में अनदेखी से पैदा नाराजगी को भाजपा आलाकमान ने गंभीरता से लिया है। सहारनपुर से भाजपा टिकट के दावेदार पूर्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा से एक दिन पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे पर मंच पर सुरेश राणा को अपने पास बुलाया और उनके साथ आत्मीयता से बातचीत की। इसका भाजपा की ओर से वीडियो वायरल किया गया। उसी परिप्रेक्ष में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज बेहट क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा में उन्हें जिताने की भावुक अपील की।
इसी के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सहारनपुर मंडल की मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट पर भी चुनावी सभा को संबोधित किया, जिसमें योगी आदित्यनाथ ने राजपूतों के ऐतिहासिक कारनामों को महाराणा प्रताप की वीरता को खासतौर से अपने भाषण का विषय बनाया और राजपूतों पर तरह-तरह से डोरे डालने का काम किया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कैराना सीट पर भी जहां बसपा के ठाकुर श्रीपाल सिंह राणा भाजपा उम्मीदवार प्रदीप चौधरी को कड़ी चुनौती दे रहे हैं और इस सीट पर राजपूतों के एक बड़े वर्ग ने कांग्रेस समर्थित सपा उम्मीदवार इकरा हसन को समर्थन दे दिया हैं। वहां भी योगी आदित्यनाथ दो दिन के भीतर चुनावी सभा को संबोधित करने आएंगे। यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा कि भाजपा के शीर्ष राजपूत नेतृत्व की कोशिश कितनी कामयाब होती है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सहारनपुर के भाजपा उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा के प्रति अपने आत्मीय संबंधों का बार-बार जिक्र कर लोगों को प्रभावित करने का काम किया। भाजपा हाईकमान को जल्द ही यह महसूस हो गया है पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा का मजबूत वोट बैंक मानी जाने वाली राजपूतों की नाराजगी नतीजों में भारी उलटफेर कर सकती है। राजनाथ सिंह बुधवार दोपहर करीब पौने एक बजे हेलीकाप्टर से कस्बा बेहट के पानसर में स्थित किसान विद्या मंदिर इंटर कालेज के मैदान पर पहुंचे जहां भाजपाइयों ने उनका स्वागत किया। उम्मीदवार राघव लखनपाल शर्मा ने चरण स्पर्श कर राजनाथ सिंह का आशीर्वाद प्राप्त किया। राजनाथ सिंह ने अपने 40 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की आर्थिक, घरेलू एवं विदेशी मामलों के मोर्चे पर उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को दुनिया की सबसे बड़ी ताकत बना दिया है। राजनाथ सिंह ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शान में भी जमकर कशिदे पढ़े। बोले कि उत्तर प्रदेश में रामराज्य स्थापित हो गया है।
उन्होंने कहा कि वह खुद किसान परिवार से हैं। उन्होंने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने को किसानों के प्रति सम्मान प्रकट करना बताया और कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश का किसान बहुत ही मेहनती है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भाजपा सरकारों की उपलब्धियों को एक-एक कर गिनाया वहीं सपा-कांग्रेस गठबंधन पर तीखे हमले किए। राजनाथ सिंह ने कहा कि समाजवादी पार्टी हर घंटे अपने उम्मीदवारों को बदलती रहती है। कांग्रेस को चुनाव लड़ने लायक उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनावों के बाद लोग पूछेंगे कि सपा और कांग्रेस कौन है यानि दोनों का चुनाव में खाता भी नहीं खुल पाएगा और उनका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा।
राजनाथ सिंह ने राघव लखनपाल शर्मा को लेकर कई बातें कहीं। उन्होंने कहा कि सहारनपुर ने 2014 में उन्हें जिता दिया था तो 2019 में उन्हें संसद में चुनकर नहीं भेजा। जाहिर है कुछ कमियां रही होंगी। उन्हें लगता है कि जो भूलचूक राघव लखनपाल शर्मा से हुई है उसे उन्होंने अपना व्यवहार बदलकर ठीक कर लिया हैं। अब आप लोग उनके हाथ में कमल देकर अवश्य ही संसद में भेजें। राजनाथ सिंह ने याद दिलाया कि उनके मुख्यमंत्री बनते ही राघव लखनपाल शर्मा के विधायक पिता निर्भयपाल शर्मा की निर्मम हत्या हो गई थी। वह तत्काल जहाज से सहारनपुर पहुंचे तब राघव लखनपाल शर्मा की उम्र बहुत कम थी। बतौर मुख्यमंत्री उन्होंने इस परिवार को भरपूर सांत्वना दी। आगे चलकर राघव लखनपाल अपने पिता की तरह विधायक बने, सांसद बने। उनका इस परिवार से और सहारनपुर की जनता से बेहद ही लगाव है। उनकी प्रबल इच्छा है कि लोग अपनी नाराजगी दूर करके अवश्य उनको जिताने का काम करें।
वैश्य बिरादरी के बड़े नेता सुनील गुप्ता, जिले के तमाम विधायक, राजपूत बिरादरी से अभय राणा, ठाकुर राजबीर सिंह आदि उपस्थित थे। सभा की अध्यक्षता सम्मानित राजपूत नेता ठाकुर विश्वंभर सिंह पुंडीर पूर्व डीजीसी ने की।