बड़ी चुनावी रैली करके मायावती ने खींच दी विपक्षी राजनैतिक पार्टियों के लिए बड़ी लकीर, वेस्ट यूपी को अलग राज्य का दर्जा देने की बात कहकर सभी को चौकाया

हवलेश कुमार पटेल, मुजफ्फरनगर। बसपा सुप्रीमों मायावती ने यहां चुनावी रैली करके विपक्षी राजनैतिक पार्टियों के लिए एक बड़ी लकीर खींच दी है, जिसे पार करना सभी राजनैतिक दलों के लिए टेड़ी खीर साबित हो सकती है। अपने लगभग 27 मिनट के भाषण में मायावती ने जहां भाजपा, सपा व कांग्रेस पर जमकर तंज कसे, वहीं उन्होंने बसपा के सामाजिक समरसता का भी बखान किया। चुनावी भाषण के दौरान मायावती ने बसपा की सरकार बनने पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश को अलग राज्य का दर्जा देने की बात कहकर सभी विपक्षी राजनैतिक दलों के हाथों के तोते उड़ा दिये। मायावती ने अपने भाषण से जहां मुस्लिमों को रिझाने का भरपूर प्रबन्ध किया, वहीं ठाकुर, जाट व अन्य समाज के लोगों को भी रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बसपा अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। बसपा सुप्रीमों ने कहा कि विपक्षी दल अक्सर बसपा को सवर्ण व जाट विरोधी होने का राग अलापते रहते हैं, लेकिन बसपा ने हर मौके पर खुद को सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय साबित किया है। मायावती ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि सपा ने जाट और मुस्लिम लोगों को खाई पैदा करने का काम किया है। उन्होंने बताया कि इस लोकसभा चुनाव में भी बसपा ने बिजनौर से जाट समुदाय कि बिजेन्द्र सिंह को मैदान में उतारा है। उन्होंने कह कि इसके साथ बसपा ने गाजियाबाद से ठाकुर समुदाय के, कैराना, सहारनपुर व हरिद्वार से मुस्लिम समुदाय के व मुजफ्फरनगर लोकसभा क्षेत्र से अति पिछड़े वर्ग के दारासिंह प्रजापति को चुनाव मैदान में उतारा है। उन्होंने कहा कि हालांकि वे मुजफ्फरनगर लोकसभा सीट से किसी मुस्लिम समुदाय के व्यक्ति को ही चुनाव लड़ाना चाहती थी, लेकिन सपा व भाजपा सरकारों के कारण मुस्लिम समाज के लोग डरे हुए हैं, इसलिए उन्होंने यहां से अति पिछड़े समाज के व्यक्ति को चुनाव मैदान में उतारा है। 

उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने चार बार के शासनकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनके कार्यकाल में गन्ने का सबसे अधिक दाम बढ़ाया गया था, जिसका सीधा फायदा किसानों को हुआ था। उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में पुलिस में बम्पर भर्तियां की गयी थी, जिसमें यहां के जाटों के बच्चों की भी बिना किसी रिश्वत के भर्ती हुई थी। बसपा की चुनावी रैली के दौरान जनपद भर में जाम की स्थिति बनी रही। छपार थाना क्षेत्र में जाम की स्थिति बनी रही, वहीं टोल पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया।

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