एसडी कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में ‘‘निःशुल्क आई कैम्प‘‘ आयोजित

शि.वा. ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी में रमा देवी आई हाॅस्पिटल के द्वारा आंखों की निशुल्क जांच व आप्रेशन के लिये कैम्प का आयोजन किया गया। रमा देवी आई हाॅस्पिटल के कुशल नेत्र चिकित्सकों द्वारा आंखों की जांच एवं मोतियाबिंद के आप्रेशन हेतू 163 मरीजों की जाँच की गई तथा जो मरीज मोतियाबिंद से ग्रसित थे उन्हे निःशुल्क आपरेशन की सुविधा दी गई। नेत्र चिकित्सा शिविर का उद्घाटन रमा देवी आई हाॅस्पिटल के आई स्पेशलिस्ट डा0 मोहित गुप्ता व अंजू गुप्ता, संस्थान के सचिव अनुभव कुमार व निदेशक-डा0 सिद्वार्थ शर्मा ने संयुक्त राय से किया।

 डा0 मोहित गुप्ता ने कहा कि हम पांच मिनट भी आंख बन्द करके नहीं रह सकते लेकिन जिनकी नेत्र ज्योति चली गई है, उनके लिये जीवन अभिशाप बन जाता है। उन्होंने कहा कि यह समाज के अग्रणी लोगों का दायित्व है कि वे समाज में फैली विभिन्न बिमारीयों चाहे वो नेत्रों से संबंधित हो अथवा अन्य उनके प्रति लोगों में जागरूकता लायें और असमर्थ लोंगो की चिकित्सीय सुविधा धर्मार्थ के जरिये उपलब्ध करायें। उन्होने शिविर में आये मरिजों और उनके परिजनों को आंखों से जुड़ी कई बिमारियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारीयां देते हुये उनके इलाज के बारे में बताया। उन्होने कहा कि रमा देवी आई हाॅस्पिटल के नेत्र चिकित्सक शिविर के अलावा नियमित रूप से भी ओ0पी0डी0 करते है। डा0 मोहित गुप्ता ने मोतियाबिंद से प्रभावित चार व्यक्तियों को निःशुल्क उपचार व आई सर्जरी के लिये  चयनित किया।  

डा0 अंजू गुप्ता ने नेत्रदान के लिये लोगों को प्रोत्साहित करते हुये कहा कि नेत्रों की मदद से ही बाहरी दुनिया से हमारा संपर्क संभव है, अतः नेत्रों की उपयोगिता हमारे दैनिक जीवन के लिये सबसे अधिक है। नेत्रों की महत्ता का पता हमें तब चलता है जब हम किसी नेत्रहीन व्यक्ति की क्रियाओं को देखते हैं। मार्ग पर चलना तो दूर, घर पर चलने-फिरनें में भी असुविधा होती है। उन्होंने कहा कि नेत्रहीन व्यक्ति को हर समय किसी न किसी के सहारे की आवश्यकता होती है, उसका दैनिक जीवन भी मुश्किलों से भर जाता है। देशभर में ऐसे कई लोग हैं जो आंख में चोट, फूले व धब्बे की समस्या की वजह से अंधता के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि इन परेशानियों के उपचार में नेत्रदान एक असरदार उपाय साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि नेत्रदान के लिए लोग जागरूक होकर कई लोगों की जिंदगी में रोशनी ला सकते हैं।

अनुभव कुमार ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को नेत्र जांँच करवाकर शिविर का लाभ उठाना चाहिये, जिससे समाज के निर्बल वर्ग अथवा वंचित लोगों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध हो सके। नेत्र ज्योति को उन्होने परम ज्योति और जीव मात्र के लिये भगवान की विशेष देन बताया। उन्होंने कहा कि आज अनेक वृद्ध हमारे ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न कारणों से आंखो की ज्योति खो चुके हैं तथा वे कदाचित आंखों का आप्रेशन भी करवाने में असमर्थ है, ऐसे वंचित लोगों के लिये आंखों का शिविर वरदान साबित होगा। 

डा0 सिद्वार्थ शर्मा ने रमा देवी आई हाॅस्पिटल के डाक्टरों व उनकी पूरी टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया और विश्वास दिलाया कि भविष्य में भी एस0 डी0 कालेज ऑफ इन्जिनियरिंग एण्ड टैक्नोलोजी अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों एवं उत्तरदायित्वों को निभाता रहेगा। उन्होने संस्थान के शिक्षकों, कर्मचारियों व छात्र-छात्राओं को भी धन्यवाद ज्ञापित किया जिन्होने मरीजों के मार्गदर्शन व रजिस्ट्रेशन आदि में सहयोग किया।

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