डॉ. दशरथ मसानिया, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।
मोबाइल है मेरा नाम।
आता हूं मैं सबके काम।।1
मार्टिन कूपर मुझे बनाया।
सन तिहत्तर जग में आया।।2
की पेड मैं बनकर छाया।
फिर आगे सेलो कहलाया।।3
थ्री फोर फाइव जी आया।
रेम इस्टोर सभी बढ़ाया।।4
एपल आईफोन बनकर।
धनिकों ने मुझे खिलाया।।5
समय समय पर टार्च जलाता।
अंधेरे को दूर भगाता।।6
मौसम भी मैं रोज दिखाता।
देश विदेशी भाव बताता।।7
रिकार्डिंग भी सब मैं करता।
उपयोगी सामग्री भरता।।8
ई मेल भी ढेरों जाता।
सेकंडों में मैं पहुंचाता।।9
डाक बैंक भी मैं बन जाता।
कंम्पयूटर बन प्रश्न सुझाता।।10
केलकुलेटर का रोल निभाता।
जोड़ भाग कर गणित कराता।11
फोटोग्राफर भी मैं बनता।
खूब खेंचती सारी जनता।।12
पीडीएफ फाइल आती।
अखबारों में खबरें लाती।।13
नाटक फिल्म सभी दिखलाता।
समाचार भी तुम्हें सुनाता।।14
ग्रंथों का आलय कहलाता।
पुस्तकालय भी मैं बन जाता।।15
सब भाषाओं का मैं ज्ञाता।
ले लो जो भी तुमको भाता।।16
अलार्म बजाकर तुम्हें जगाता।
घड़ियां बनकर समय बताता।।17
लेन देन भी सब मैं करता।
बाजारों की पीड़ा हरता।।18
गूगल पे से व्यापार बढ़ाना।
ओटीपी को सदा छिपाना।।19
नीली लाईन टच न करना।
धोखेबाजों से तुम बचना।।20
जरुरत पड़ने पर अपनाओ।
बुद्धिमान तुम कहलाओ।।21
बच्चों से तो दूर रखना।
गेमों का स्वाद न चखना।22
मिट जाओगे फंस जाओगे।
जीवन भर तक पछताओगे।।23
फर्जी मेसेज फोटो से बचना।
फारवर्ड कभी न करना।।24
दुष्टों को तो ब्लाक कर दो।
विज्ञापन भी लाक कर दो।।25
प्रतिभा का तुम मंच बनाओ।
बुद्धि ज्ञान का दीप जलाओ।।26
उंगली आंखें गर्दन सारी।
मानव तन अब होत दुखारी।।17
चार्जिंग में नहीं चलाओ।
लाल रंग में खतरा पाओ।।28
दरबार कोठी 23, गवलीपुरा आगर, (मालवा) मध्यप्रदेश
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