राजस्व परिषद के अध्यक्ष डॉ0 रजनीश दुबे ने की राजस्व कार्यों की गहन समीक्षा, जिलाधिकारी मनीष बंसल के कार्यों की सराहना भी की

गौरव सिंघल, सहारनपुर। उत्तर प्रदेश राजस्व परिषद के अध्यक्ष डॉ0 रजनीश दुबे  की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट स्थित नवीन सभागार में राजस्व कार्यों की गहन समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में रियल टाइम खतौनी निर्माण, स्वामित्व योजना, लम्बित राजस्व वाद, राजस्व वसूली, वरासत प्रकरण एवं पैमाइश मामलों की समीक्षा की गई। मण्डलायुक्त ने अध्यक्ष को स्मृति चिन्ह तथा जिलाधिकारी ने अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया। 

इस अवसर पर अध्यक्ष और मण्डलायुक्त ने कलेक्ट्रेट परिसर में गुलमोहर की प्रजाति का जकरण्डा एवं जिलाधिकारी ने गुलमोहर का पौधा रोपित किया। उन्होंने कलेक्ट्रेट परिसर में फीता काटकर वाटर कूलर का उद्घाटन किया। उन्होंने राजस्व अधिकारियों से कहा कि अपनी प्राप्त मजिस्ट्रेट की शक्तियों को सकारात्मक दिशा में प्रयोग करें तथा प्रोएक्टिव रहते हुए लीडरशिप बनाए रखें। राजस्व वसूली एक जरूरी कार्य है जिस पर लापरवाही न की जाए। सभी राजस्व अधिकारी कलेक्शन मैनुअल को जरूर पढें। उन्होंने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को सभी तहसीलों में कलेक्शन मैनुअल की किताबें रखवाने के निर्देश दिए। उन्होंने मानक और दायरे के अनुसार न्यायालयों में लम्बित वादों के निस्तारण करने के निर्देश दिए। 

डॉ0 रजनीश दुबे ने सभी राजस्व अधिकारियों से जनपद में लम्बित वादों की यथास्थिति की जानकारी ली। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी वादों का यथाशीघ्र निस्तारण कराया जाए। साथ ही साथ सभी मजिस्ट्रेट वादों का निस्तारण करते समय न्याय संगत आदेश करना सुनिश्चित करें। उन्होंने धारा 80 के तहत आने वाले प्रकरणों को भी यथाशीघ्र निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होने एक पक्षीय आदेश के मामलों के अवसर देने की बात कही। उन्होंने कहा कि कर-करेत्तर में जनपद के वार्षिक लक्ष्य को विगत वर्ष के सापेक्ष कम से कम 20 प्रतिशत बढाया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद के 10 बडे बकाएदारों की बनी हुई सूची को पुनः चैक करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी एवं ग्राम सभा की भूमि को कब्जा मुक्त करवाया जाए तथा उन पर पुनः कब्जा न हो इसके लिए पेडों की बाउण्ड्री बनाते हुए नेपियर घास की बुवाई की जाए। 

उन्होंने कहा कि यह एक प्रीमियम घास है, जिससे बेजुबान पशुओं को वर्ष भर हरा एवं पौष्टिक चारे की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा सकती है। यह नेपियर घास की बुवाई का उपयुक्त समय है। इसी के साथ नेपियर घास का अभिलेखीकरण भी कराया जाए। सीमा स्तम्भ लगाए जाने का कार्य एक महत्वपूर्ण कार्य है जिसको लेखपालों द्वारा किया गया है इसका सत्यापन उच्च अधिकारियों से कराया जाए। जो सीमा स्तम्भ जर्जर अवस्था में उनकी सूची बनवा ली जाए। शेष रियल टाइम खतौनी का कार्य 25 जुलाई तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। अंश निर्धारण में प्रगति आवश्यक है तथा अंश निर्धारण में शुद्धता जरूरी है। मानसून में इस कार्य में प्रगति लाने के निर्देश दिए। ई-खसरा पडताल को 31 सितम्बर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। राजस्व परिषद के अध्यक्ष ने जिलाधिकारी के कार्यों एवं कार्यशैली की प्रशंसा की। उन्होने जिलाधिकारी द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार के साथ राजस्व परिषद के लोगो का प्रपत्रों में प्रयोग करने पर सराहना की तथा उस लोगो के बारे में अधिकारियों को विस्तार से बताया। 

जिलाधिकारी मनीष बंसल ने राजस्व परिषद के अध्यक्ष को आश्वस्त किया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन किया जाएगा। उन्होने कहा कि आपका मार्गदर्शन पाना हमारा सौभाग्य है। बैठक में मंडलायुक्त डॉक्टर हृषिकेश भास्कर यशोद, जिलाधिकारी मनीष बंसल, अपर आयुक्त प्रशासन सुरेन्द्र राम, उप भूमि व्यवस्था आयुक्त भीष्मलाल वर्मा, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डॉ. अर्चना द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रजनीश कुमार मिश्र, विशेष कार्यधिकारी सुनील झा, समस्त उपजिलाधिकारी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।
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