गौरव सिंघल, सहारनपुर। सरसावा स्थित एयरफोर्स स्टेशन के विंग कमांडर शैलेश सिंह को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उनके अदम्य साहस के लिए शौर्य चक्र प्रदान किया है। सरसावा वायुसेना स्टेशन में शैलेश सिंह पायलट हैं। उन्हें यह सम्मान मिलने से पूरे वायुसेना स्टेशन में खुशी का माहौल है। ध्यान रहे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को सेना और अर्द्धसैनिक बलों के कर्मियों को अदम्य साहस और असाधारण वीरता के लिए दस कीर्ति चक्र प्रदान किए थे। उन्हीं में सरसावा के विंग कमांडर शैलेश सिंह शामिल थे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा सरसावा एयरफोर्स के विंग कमांडर शैलेश सिंह को शौर्य चक्र से सम्मानित करने पर स्थानीय लोगों ने हर्ष जताया है।
जानकारी के मुताबिक एक अभियान के दौरान घने जंगलों में कम ऊंचाई पर दुश्मनों की संभावित गोलीबारी के बीच उन्होंने अपने दल को 22 किलोमीटर दूर निकटतम हेलीपैड पर सुरक्षित पहुंचाया था। उस दौरान विंग कमांडर ने जब अपना हेलीकाप्टर संभावित क्षेत्र में उतारने का प्रयास किया तो चारों ओर से संचालित हथियारों से जबरदस्त गोलीबारी शुरू हो गई। उन्होंने अपने अद्वितीय सामरिक सूझबूझ दिखाते हुए जवाबी फायरिंग का आदेश दिया था। गोली लगने से हेलीकाप्टर क्षतिग्रस्त हो गया था और कुछ सैनिक साथी भी घायल हो गए थे। हेलीकाप्टर के इंजन से लगातार ईंधन का रिसाव हो रहा था जिसके कारण आग लगने और विस्फोट होने का खतरा बना हुआ था। ऐसे जानलेवा हालात में शैलेश सिंह ने हालात का साहसपूर्वक सामना करते हुए अपने साथियों को सुरक्षित हेलीपैड़ पर पहुंचाने का काम किया था। उन्हें हेलीबोर्न उड़ान पायलट की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जिसे उन्होंने बखूबी निभाया था।