त्रिदिवसीय योग शिविर का समापन हुआ

गौरव सिंघल, सहारनपुर। श्री सनातन धर्म मन्दिर सभा सुभाष नगर के त्रिदिवस योग शिविर के विश्राम दिवस पर पद्म श्री भारत भूषण ने साधकों को प्रेरणा दी कि माता-पिता एवं गुरु की वाणी को ब्रह्म वाणी मानना चाहिए एवं हमें अपनी नई पीढी को संस्कृति से जोड़ने के लिए सभी शिवालयों अर्थात मंदिरों में वेद ग्रंथों के पुस्तकालय अवश्य बनाने चाहिए। जिनका अध्यन कर बच्चों एवं युवाओं को अपनी संस्कृति एवं इतिहास का उचित ज्ञान हो। श्री सनातन धर्म मन्दिर सभा का प्रतिनिधित्व करते हुए मनोज कुमार ने कहा कि हमने इस अमूल्य ज्ञान वर्षा के शिविर के तीसरे दिन पर समापन दिवस न कहकर विश्राम दिवस कहा है वह भी इसलिए कि भविष्य में भी हमे इस ज्ञान गंगा की निरंतरता का आशीर्वाद गुरु जी से चाहिए। श्री सनातन धर्म मंदिर सभा ने अपना अमूल्य समय देने के लिए आदरणीय गुरु जी का अंग वस्त्र और चरण वंदन से हार्दिक आभार व्यक्त किया।

शिविर में मुख्यत: मौजूद रहे डा अनुराग मैनी, बार संघ के उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा, आई आई ए अध्यक्ष अनूप खन्ना, भा ज पा नेता हेमंत अरोड़ा, मुकेश सेठ, राजेश अरोरा राणा प्रताप संधु, सुरेश फुटेला, मुरली खन्ना, मनोज कुमार और यशपाल त्रेहन ने यहां बह रही योग गंगा को नगर वासियों के लिए वरदान बताया। बड़ी तादाद में मौजूद महिलाओं ने कहा कि हमें आज पता चला कि योग  साधना के बिना तो धर्म को समझना भी मुश्किल है। पूरे समाज ने हाथ उठाकर योग और धर्म को जीवन में उतारने के लिए नित्य ब्रह्ममुहुर्त में जगकर माता- पिता, गुरु और ईश्वर वंदन, नित्य योगाभ्यास, सात्विक भोजन, नित्य स्वाध्याय और दुर्व्यसनों से स्वयं व परिवार को बचाने का संकल्प भी लिया। मम्मी और डैड संबोधन से बाहर निकल कर सभी ने मां के नाते को पुनर्जीवित करने के लिए जब एक साथ मां को पुकारा तो बड़ा भावात्मक दृश्य हो गया।
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