मंत्री जसवंत सैनी और महापौर ने भी पाया पद्मश्री गुरु भारत भूषण से आशीर्वाद

गौरव सिंघल, सहारनपुर। गुरु-शिष्य संबंध न तो लौकिक अदान-प्रदान का संबंध है और न ही आश्रय और आश्रित का। ये शिष्य की सुपात्रता पर गुरु के न्यौछावर होने और शिष्य के स्वयं को गुरु के प्रति समर्पित कर देने का पर्व है जिसका आधार श्रद्धा और विश्वास है, शिष्य गुरु पर बोझ नहीं बल्कि उसकी शक्ति बनते आए हैं, योग गुरु स्वामी भारत भूषण ने आज मोक्षायतन अंतर्राष्ट्रीय योग संस्थान में आयोजित व्यास पूर्णिमा उत्सव पर स्थानीय व देश के विविध भागों से आए श्रद्धालु शिष्यों को संबोधित करते हुए ये भाव व्यक्त करते हुए योगीराज भगवान शिव और माता पार्वती को श्रद्धा व विश्वास का आदर्श उदाहरण बताया और गृहस्थियों को भी सफल जीवन के लिए योग मार्ग अपनाने की प्रेरणा दी। 

प्रदेश के उद्योग एवं संसदीय कार्य मंत्री जसवंत सैनी ने व्यास पूर्णिमा पर गुरुदेव से आशीर्वाद लिया और गुरु शिष्य संबंधों की महिमा बताते हुए कहा कि हम अपनी छोटी उम्र से ही गुरुदेव स्वामी भारत भूषण जी से ऊर्जा पाते रहे हैं और हमे स्वास्थ्य सूत्रों के अलावा उनके निस्वार्थ साधना से सदैव सटीक मार्गदर्शन मिलता है। विगत ४३ सालों से मोक्षायतन से जुड़े महापौर डा अजय कुमार सिंह ने गुरुदेव से मिले संस्कारों को अपनी यात्रा की आधारशिला बताते हुए वरिष्ठ साधक होने के नाते उपस्थित शिष्यों को दीक्षा की शपथ दिलाई। 
इससे पूर्व संस्थान की निदेशक गुरु मां आचार्या प्रतिष्ठा और  निदेशक अंतरराष्ट्रीय संबंध धीरज सारस्वत ने गुरु शिष्य संबंध में निर्मलता की महत्ता समझाते हुए हमे पावन बनाने में यजमान के रूप में पावक यज्ञग्नि संपन्न कराई। छोटी उम्र से ही अनेक गीत देने वाली देवी प्रत्यक्षा के संग सभी ने भक्ति संकीर्तन रस में रस में जी भर डुबकी लगाई तो पतंजलि सभागार में उपस्थित सभी भावमुग्ध हो गये। संस्थान  के योग साधक-साधिकाओ ने आचार्य नवनीश के  मार्गदर्शन में योग गीत पर प्रेरक योगप्रस्तुति दी तो नेशन बिल्डर्स एकेडेमी की छात्राओ ने सुरभि सेठी और शिक्षक यशोदा के मार्गदर्शन में गुरु महिमा पर गीत और संस्कृत श्लोकों की प्रस्तुति दी। पद्मश्री गुरूदेव स्वामी भारत भूषण ने सभी योगसाधको पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया। 
गुरूदेव ने बताया कि लौकिक जगत में माँ प्रथम गुरु है उनसे विमुख साधक को सदगुरु ही नहीं परमेश्वर भी स्वीकार नहीं करते। समापन पर विशाल भन्डारे का आयोजन किया गया। आज के  दिन जन्म लेने वाले साधकों विभु गोदानी, देव व्रत आर्य और लुधियाना से प्रोफेसर राजेंद्र सिंह को सभी ने भाव विभोर शुभकामनाएं दी। आयोजन में मुक्त शर्मा, पुनीत गर्ग अमित गर्ग, आलोक श्रीवास्तव, राम राजीव सिंघल, विनीत मित्तल, नंद किशोर शर्मा, अमरनाथ, कुमार वैभव, सुभाष वर्मा, शिवम, सुमन्यु सेठ, ललित रूहेला, अजय यादव, मिथलेश शर्मा, राजेश अरोरा, आचार्या अनीता शर्मा, आचार्या सीमा गुप्ता, मंडी सचिव ऋषिपाल पंवार, नारायण वर्मा,  शिवम् सैनी आदि बड़ी तादाद में मौजूद साधकों ने विधिवत गुरुपूजन किया।

Comments