शि.वा.ब्यूरो, शिमला। भाषा एवं संस्कृति विभाग जिला शिमला द्वारा प्रदेश की महान विभूतियों की जयंतियों का नियमित रूप से आयोजन करवाया जा रहा है ताकि उनके द्वारा अपने अपने क्षेत्र में समाज के पथ प्रदर्शन की दिशा में किए गए महत्वपूर्ण योगदान का वर्तमान तथा आने वाली पीढ़ी को समर्थ स्मरण रहे और उनके द्वारा दर्शाए गए पथ का अनुसरण करें तथा स्कूली विद्यार्थियों को विभागीय गतिविधियों से जोड़ने के उद्देश्य से एक ऐसी ही विभूति बहुमुखी प्रतिभा के धनी पंडित चंद्रधर शर्मा गुलेरी जी की जयंती के अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ठियोग के सभागार में जिला स्तरीय गुलरी जयंती समारोह का आयोजन करवाया गया इस अवसर पर ठियोग के लगभग आधा दर्जन स्कूलों के 50 से अधिक प्रतिभागियों ने भाषण प्रतियोगिता , कहानी लेखन , कविता लेखन प्रतियोगिता तथा बाल कवि सम्मेलन में बढ़ -चढ़ कर भाग लिया । कनिष्ठ वर्ग की सुलेख प्रतियोगिता मे आकर्षक भारद्वाज, राजकीय बाल वरिष्ठ विद्यालय थियोग ने प्रथम, आयुषी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जैस ने द्वितीय, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की की अक्षिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।वरिष्ठ वर्ग की प्रतियोगिताओं में भाषण प्रतियोगिता में राजकीय बाल वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ठियोग के इशांत शर्मा ने प्रथम , राजकीय बालिका वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की छात्रा वंशिका ने द्वितीय, इसी विद्यालय की साक्षी वेकटा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। कहानी लेखन प्रतियोगिता में स्मृति शर्मा ने प्रथम , राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जैस की दिया ने द्वितीय राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थियोग की अक्षिता ने तृतीय स्थान प्राप्त किया प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम दिवांशी, द्वितीय निकिता कश्यप , राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय संधू के निखिल ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ठियोग में जिला स्तरीय गुलरी जयंती समारोह आयोजित
ज़िला भाषा अधिकारी अनिल हारटा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रतियोगिताओं में साहित्यकार ओम प्रकाश शर्मा, दिनेश शर्मा, डा० देश राज शर्मा ने निर्णायक की भूमिका निभाई। इस अवसर पर कवि सम्मेलन का आयोजन भी करवाया गया। कवि सम्मेलन की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार मोहन साहिल ने किया तथा संचालन दिनेश शर्मा ने किया।
बाल कवियों में तमन्ना ने अपनी कविता में किसान की मार्मिक व्यथा का चित्रण किया।
आकृति भोटका ने तस्वीर के मायने बताये।
वरिष्ठ कवियों में वेद प्रकाश ने मां का परिवार के लिए संघर्ष का महत्व बताया।
नरेश दयोग ने ग़जल सुनाकर वाहवाही लूटी।
कल्पना गंगटा ने दोस्ती के मायने बताये।
उमा ठाकुर ने बेटियां! बचपन दोबारा जीना चाहती है सुनाकर श्रोताओं का मन मोह लिया।
नरेंद्र कुमार ने मैं गरीब हूं, पहाड़ी कविता बेटी रा जीउणा सुनायी।
दीप्ति सारस्वत ने आधी छुट्टी के बहाने श्रोताओं का मन खूब गुदगुदाया।
डा० देश राज ने कविता में गुलेरी का चरित्र समझाया।
ओम प्रकाश शर्मा ने क्योंथली बोली मे काव्य पाठ किया।
डा० सत्य नारायण स्नेही ने उपस्थित छात्रों को साहित्य की विधाओं से रूबरू करवाया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष ने विजेता प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह व सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति-पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अच्छा साहित्य समाज को सही दिशा दिखाता है।विभाग के ऐसे आयोजनों से स्थानीय स्कूलों के विद्यार्थियो को विभागीय गतिविधियों से जुड़ने का मंच मिलता है तथा समय-समय पर साहित्यिक और सांस्कृतिक आयोजनों को करवाने से इन क्षेत्र मे पढ़ने वाले विद्यार्थियों को गो भी साहित्यिक और सांस्कृतिक विरासत को जानने के अवसर होता है।
प्रतियोगिताओं के विजेताओं को स्मृति चिन्ह तथा सभी प्रतिभागीओं को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। प्रतियोगिताओं में प्रथम द्वितीय तृतीय स्थान प्राप्त करने वालों को क्रमशः 1100 ,900 ,700 रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर प्रधानाचार्य डा० सुमन मच्छाण, गोपाल सिंह, कमला देवी, शिवम ठाकुर व अन्य शिक्षक उपस्थित रहे ।