मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। आर्ट ऑफ लिविंग शिलचर शाखा ने श्री श्री रविशंकर के जन्मदिवस और गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर डोलु चाय बागान में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के तहत, बागान में काम करने वाली 100 से अधिक श्रमिक महिलाओं को खाद्य सामग्री, बिस्कुट और केले वितरित किए गए।इस पहल का उद्देश्य श्रमिक महिलाओं को सहयोग और समर्थन प्रदान करना था, जो कठिन परिस्थितियों में काम करती हैं और अपने परिवारों के लिए संघर्ष करती हैं। इस दौरान आर्ट ऑफ लिविंग के स्वयंसेवकों ने महिलाओं के बीच जाकर उन्हें खाद्य सामग्री वितरित की और उनके साथ समय बिताया।कार्यक्रम में कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे, जिनमें नंदा शर्मा, मैनक, सौमित्र आचार्जी, सुमिता दास, सबिता सेनगुप्ता, सुपर्णा चक्रवर्ती, राजू, राजदीप, स्वपन देबराय, मधुमिता दास व दस अन्य लोग शामिल थे। महिलाओं ने भी अपनी प्रसन्नता और आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस तरह की पहल से उन्हें न केवल भौतिक सहयोग मिलता है, बल्कि मानसिक संबल भी प्राप्त होता है।
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने आर्ट ऑफ लिविंग के कार्यों की सराहना की और श्री श्री रविशंकर जी के आदर्शों को समाज में फैलाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि इस तरह के सामाजिक सेवा कार्यक्रमों से समाज के विभिन्न वर्गों में भाईचारा और सहयोग की भावना मजबूत होती है। इसके अतिरिक्त गुरुदेव के जन्मदिन और आगामी गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आर्ट ऑफ लिविंग शिलचर शाखा द्वारा बरसांगन गांव की 120 महिलाओं को साड़ियाँ वितरित की गईं।
इस कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख सदस्यों में कामाख्या प्रसाद राय, कनिष्क राय, कौशल राय, जयदीप नाथ, डॉ. कंकना नाथ, सुस्मिता नाथ, राजू दास, राजदीप नाथ, सौमित्र आचार्जी और मौतुशी नाथ शामिल थे। आर्ट ऑफ लिविंग शिलचर शाखा के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे आगे भी इस तरह के सामाजिक सेवा कार्यक्रमों का आयोजन करते रहेंगे ताकि समाज के जरूरतमंद वर्गों को मदद मिल सके। श्री श्री रविशंकर जी के जन्मदिवस और गुरु पूर्णिमा के इस विशेष मौके पर आयोजित इन कार्यक्रमों ने सभी के दिलों को छू लिया और सामुदायिक सेवा का एक उत्कृष्ट उदाहरण प्रस्तुत किया।
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