अंतिम छाया

डाँ. राजीव डोगरा, शिक्षा वाहिनी समाचार पत्र।

बीते हुए वक्त में 
बीता हुआ
हर लम्हा याद आएगा।

बन गई है जो जगह 
आपके हृदय में 
वो बीता हुआ
हर कल और
आज याद आएगा।

मुक्त हो जाएगे 
इस जहाँ से एक दिन
और छुप जाएगे 
आपके हृदय  की ओट में।

फिर भी आपको 
हर जगह हर वक़्त 
हमारा साथ याद आएगा।

उड़ जाऊंगा 
क्षितिज पार भी एक दिन 
और संग आपने 
बिताया हर लम्हा 
हर याद ले जाऊंगा।
युवा कवि व लेखक गांव जनयानकड़ (कांगड़ा) हिमाचल

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