उमस भरी गर्मी भी नहीं रोक पा रही कांवड़ियों के कदम

गौरव सिंघल, सहारनपुर।आगामी दो अगस्त की शिवरात्रि है। सड़कों पर हरिद्वार से जल लेकर आने वाले कांवड़िए ही कांवड़िए दिखाई दे रहे हैं। उमस भरी गर्मी भी उनके कदम नहीं रोक पा रही है। पूरे कांवड़ मार्ग पर वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद है। सुरक्षा के लिए एटीएस की तैनाती की गई है। यहां से एक करोड़ से भी ज्यादा कांवड़ियों के निकलने की संभावना है और दो से ढाई करोड़ कांवड़िए मुजफ्फरनगर से निकलेंगे। कांवड़ मार्ग पर स्थान-स्थान पर सेवा शिविर लगाए गए हैं। जहां कांवड़िए आराम करते हैं और चिकित्सकों से उपचार कराते हैं और फिर आगे के लिए बढ़ जाते हैं। 

देवबंद क्षेत्र के गांव मानकी स्थित मनकेश्वर महादेव के मंदिर में भी शिवभक्त जलाभिषेक करते हैं। जहां स्वयं प्रगट शिवलिंग स्थापित है। सीओ अशोक सिसौदिया ने बताया कि मनकेश्वर महादेव मंदिर पर कांवड़ियों की सुविधा के लिए हर जरूरी सुविधाएं की गई हैं और सुरक्षा के भी कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बता दें कि देवबंद सांप्रदायिक लिहाज से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है।,लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोगों का रूख भी बहुत सकारात्मक और श्रद्धाभाव का है। किसी तरह के कोई टकराव और बवाल का दूर-दूर तक अंदेशा नहीं है। फिर भी पुलिस-प्रशासन पूरी सावधानी और ऐहतियात बरत रहा है। कांवड़ यात्रा के चलते सड़क यातायात ठप्प हो जाने से लोगों को कठिनाइयां हो रही हैं और ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव बढ़ गया हैं। उमस भरी गर्मी के चलते लोग वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। चिकित्सकों के यहां भीड़ बढ़ गई है। 

जलाभिषेक होने में अभी तीन-चार दिन बाकी हैं। लेकिन विद्युत आपूर्ति सुचारू नहीं है, जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दौरान 24 घंटे बिजली देने के कड़़े निर्देश दिए थे लेकिन विद्युत अधिकारी इस कसौटी पर नाकाम साबित हुए हैं। इससे पता चलता है कि सरकार की मंशा कुछ ओर है और प्रशासन का वही लापरवाही भरा ढर्रा जारी है। सहारनपुर जिले में भी कई कांवड़ियों की हादसों में मौत हो चुकी है। जबकि पुलिस प्रशासन ने इसे रोकने के बड़े-बड़े दावे किए थे। उनकी सारी बयानबाजी बेकार की साबित हुई है।

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