रुपम संगठन ने कालीबाड़ी क्षेत्र में बाढ प्रभावित लोगों में वस्त्र भेंट किए

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। रूपम सामाजिक, सांस्कृतिक और खेल संगठन ने बाढ़ के बाद के चरण में सिलचर देबपारा कालीबाड़ी क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच कपड़े वितरित किए। रविवार को वितरण समारोह में रूपम के महासचिव निखिल पाल ने कहा कि रूपम 62 वर्षों से पूरे वर्ष सांस्कृतिक गतिविधियों के साथ-साथ सामाजिक गतिविधियां भी करता आ रहा है रूपम के सदस्य इस सामाजिक विभाग से साल में 3-4 बार गांवों में कपक्ड़ेष बांटते हैं। उन्होंने कहा कि देवपारा की असहाय जनता इस वर्ष लगातार तीन बार बाढ़ की चपेट में आ चुकी है भले ही जल स्तर कम हो गया है, लेकिन कई परिवार अभी भी जल संकट में हैं। नाव या नाव से यात्रा करना। कई लोगों ने उन्हें उनकी इस असहाय स्थिति के बारे में बताया है। यह सुनने के बाद उन्होंने उन्हें आश्वासन दिया कि हम अपनी सीमित क्षमता के अनुसार हमेशा उनके साथ हैं और हमने उन्हें किसी भी ज़रूरत के लिए हमसे संपर्क करने के लिए भी कहा। उन्होंने कहा कि रविवार को विशेष रूप से बच्चों के लिए नये कपड़े लिये जाते हैं।  वहीं तीन सौ से अधिक वंचितों को नए कपड़े वितरित किए गए।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा वयस्कों के लिए लगभग 100 अच्छे पुराने कपड़े वितरित किए जाते हैं।  रूपम के महासचिव निखिल पाल ने कहा कि अन्य वर्षों की तरह, रूपम इस साल भी पूजा से पहले नए कपड़े वितरित करेगी।  कार्यक्रम की शुरुआत में महासचिव निखिल पाल ने 1 जुलाई को करीमगंज में शहीद हुए दो जवानों जगन और जीसस को श्रद्धांजलि दी। साथ ही रूपम की कुछ छोटी-छोटी गतिविधियों को सबके सामने प्रस्तुत किया गया। रूपम के शुभचिंतकों ने रूपम के सदस्यों के अलावा उन सभी लोगों को धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस दिन के कार्यक्रम में नए और पुराने कपड़ों के साथ सहयोग किया। देवपारा कालीबाड़ी रोड के सभी निवासियों ने इन कपड़ों के वितरण में सहयोग के लिए उन सभी का आभार व्यक्त किया। कपड़ा वितरण कार्यक्रम में संपादक निखिल पाल, सह-संपादक सुभाष बर्मन, सामाजिक संपादक काजल सरकार, प्रचार संपादक दीपक कुमार पाल, सदस्य अनुपम डे, विक्रांत चक्रवर्ती, बिप्लब मालाकार, अभिजीत देव, जमीरुल इस्लाम, श्रीधर दास, जयदेव उपस्थित थे।
Comments