शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश मिनिस्टियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के तत्वाधान में आज अपनी 22 सूत्रीय मांगों को मनवाने के लिए धरना प्रदर्शन किया। संगठन के जिला महामंत्री मनीष शर्मा ने बताया कि अपनी मांगों के लिए कलेक्ट्रेट कर्मचारी काफी समय से संघर्षरत हैं, लेकिन सरकार उनकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। उत्तर प्रदेश मिनिस्टियल कलेक्ट्रेट कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष अम्मार हैदर ने अपनी 22 सूत्रीय मांगों के बारे में बताया कि उनकी मांग है कि जनपद मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट का नाम बदल कर जनपद सचिवालय रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कलेक्ट्रेट लिपिक संवर्ग के कर्मचारियों को नायब तहसीलदार के पद पर 10 प्रतिशत कोटा दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही पुरानी पैंशन लागू कराने, जिला व तहसील स्तर पर अस्थाई लिपिक पदो को स्थाई करने,भूलेख लिपिक को कलेक्ट्रेट अधिष्ठान मे वापिस लिये जाने, संघ के लिए दारूलसफा में कक्ष आंवटित करने, सीजनल सहायक वाकी नवीस के प्रतिबन्ध को समाप्त किये जाने, समान कार्य के लिए समान वेतन का नियम लागू करने, उपार्जित अवकाश की बाघ्यता को समाप्त करने, कलेक्ट्रेट कर्मचारियों को सचिवालय कर्मचारियों के समान वेतन देने, तहसील व कलेक्ट्रेट के अधिकारियों के सभी कार्यालयों को वातानुकुलित किये जाने से सम्बन्धित मांगों को पूरा करने की मांग की गयी है।
कलेक्ट्रेट कर्मचारियों ने 22 सूत्रीय मांगों के समर्थन में धरना दिया
byHavlesh Kumar Patel
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