हिमाचल में हिंदी साहित्य भारती का गठन हुआ, डा. सपना चंदेल अध्यक्ष, डा. कर्म सिंह महासचिव बने

हितेन्द्र शर्मा , शिमला। हिंदी साहित्य भारती हिमाचल प्रदेश की विशेष बैठक हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के फैकल्टी गेस्ट हाउस में संपन्न हुई। जिसमें हिंदी साहित्य भारती के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री श्री रवींद्र शुक्ल बतौर  मुख्य अतिथि उपस्थित हुए। इस अवसर पर उपस्थित लेखकों, बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, शिक्षकों और संस्कृति प्रेमियों की उपस्थित  में  हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग की सहायक आचार्य  डा. सपना चंदेल को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। हिमाचल  अकादमी के पूर्व सचिव डा. कर्म सिंह महासचिव चुने गए। हिंदी  विभाग के सह आचार्य डा. पान सिंह संगठन महा सचिव और हिंदी विभाग  की सहायक आचार्य डा. सुनीता देवी जसवाल  को संयुक्त सचिव चयनित  किया गया। प्रदेश कार्यकारिणी की घोषणा हिंदी साहित्य भारती के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश सरकार के पूर्व शिक्षा मंत्री रवीन्द्र शुक्ल द्वारा की गई। जिसमें प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से विख्यात साहित्यकारों को भी हिंदी साहित्य भारती में मार्गदर्शक, विशेष आमंत्रित सदस्य, स्थाई सदस्य तथा विभिन्न दायित्वों के लिए मनोनीत किया गया।

मार्गदर्शक मंडल में हिमाचल प्रदेश के प्रख्यात साहित्यकार शांता कुमार, आचार्य चमन लाल गुप्ता, डॉ. ओम प्रकाश सारस्वत, आचार्य राजेंद्र प्रसाद मिश्र, आचार्य कुलदीप चंद अग्निहोत्री, आचार्य सिकंदर कुमार, आचार्य डी.डी. शर्मा, डॉ. श्रीराम शर्मा, के. आर. भारती और प्रोफ़ेसर ओम प्रकाश शर्मा को सम्मान प्रदान किया गया है। हिंदी साहित्य भारती के उपाध्यक्ष के तौर पर डॉ. शोभा रानी, डॉ. मलकीयत सिंह, डॉ. रविंद्र कुमार ठाकुर ,डॉ. पूनम चौहान, डॉ. सोनम, श्रीमती नमिता शर्मा, डॉ. पूनम कुमारी, रणजोध सिंह , पं. मेला राम शर्मा, डॉ. राकेश कुमार शर्मा शामिल हैं।

हिंदी साहित्य भारती हिमाचल प्रदेश के संयुक्त महामंत्री  का दायित्व डॉ. सुनीता देवी जसवाल, पद्म ठाकुर और डॉ. रिंकू को दिया गया है। जनसंचार संयोजक के तौर पर श्री हितेन्द्र शर्मा, मीडिया सह संयोजक राजेश शर्मा, सोशल मीडिया सह संयोजक डॉ. अशोक कुमार कश्यप होंगे। मंत्री के दायित्व में डॉ. आशुतोष, डॉ. वीरेंद्र, डॉ. सुरेश, डॉ. कृतिका, कुमारी अनु ठाकुर, कुमारी वर्षा, सुरेश, कृतिका और राहुल शामिल किए गए हैं।

हिंदी साहित्य भारती  के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष रवींद्र शुक्ला ने कहा कि हिंदी साहित्य भारती इस समय 36 देश में हिंदी भाषा और साहित्य के प्रोत्साहन एवं सम्मान तथा प्रसार के लिए विशेष कार्यक्रमों का संचालन कर रही है और अब हिंदी साहित्य भारती हिमाचल प्रदेश ईकाई का भी गठन किया गया है, ताकि इस पर्वतीय प्रदेश में भी हिंदी भाषा और साहित्य के प्रचार-प्रसार को गतिशील बनाए जा सके।
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