वन-यज्ञ एवं प्रभु के स्वर्णिम रथों पर धर्म ध्वज की स्थापना के साथ हुआ श्री कृष्ण शोभायात्रा का शुभारंभ

गौरव सिंघल, देवबंद । प्राचीन, ऐतिहासिक एवं परम्परागत श्रीकृष्ण रथ यात्रा महोत्सव के उपलक्ष्य में आज श्री कृष्ण शोभायात्रा का प्रारम्भ देवबंद नगर के मौहल्ला छिम्पीवाड़ा स्थित वेद ज्ञान श्री कृष्ण रथशाला पर राज्य मंत्री बृजेश सिंह द्वारा हवन-यज्ञ एवं प्रभु के स्वर्णिम रथों पर धर्म ध्वज की स्थापना के साथ हुआ। श्री कृष्ण रथशाला भवन शिखर पर धर्म ध्वज व्यापारी नेता समाजसेवी दीपक गर्ग ने धार्मिक विधि-विधान पूर्वक स्थापित किया। तदुपरान्त मुख्य यजमान राज्य मंत्री बृजेश सिंह को ठाकुरद्वारा मंदिर कमेटी की ओर से अंगवस्त्र, माला अर्पण करके स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। माला, अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्ह मेपल्स एकेडमी चेयरमैन अजय मित्तल को भी भेंट कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाजपा नगराध्यक्ष अरूण गुप्ता, जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन चौधरी राजपाल सिंह, वरिष्ठ समाजसेवी विनोद गुप्ता, निदेशक मैपल्स आलोक गर्ग, नगर संघ चालक योगेन्द्र गोयल, सभासद रविन्द्र चौधरी, राजकिशोर गुप्ता, दीपक राज सिंघल आदि के अतिरिक्त मंदिर कमेटी के पदाधिकारी व सदस्यगण और काफी संख्या में श्रद्धालु, नगरवासी उपस्थित रहे। तदुपरान्त प्रभु रथों को बैंड बाजे व कीर्तन मंडली के साथ मौहल्ला चाहपारस, हलवाई हट्टा, मेन बाजार होते हुए मंदिर ठाकुरद्वारा पर लाया गया। श्री कृष्ण रथशाला से मंदिर ठाकुरद्वारा तक स्वर्णिम रथ के सारथी राकेश सिंघल-पारस सिंघल और लड्डू गोपाल जी के प्रसाद रथ पर सारथी संजय सिंघल- डा0 अनमोल सिंघल रहे। जबकि इससे पूर्व संध्या में श्री कृष्ण शोभायात्रा में प्रभु रथों पर सेवार्थ व सर्वाधिक बोलियां बोलकर धर्मलाभ प्राप्त करने वालों में स्वर्णिम रथ पर पवन कुमार पाल एवं परिवारजनों ने एक लाख 61 हजार रूपयों की सर्वाधिक बोली बोलकर सारथी बनने का सौभाग्य प्राप्त किया। जबकि दाई ओर चँवर डुलाने की बोली 41 हजार रूपयों में विकास गर्ग कैलाशपुरम एवं बाई और चँवर डुलाने की बोली विशाल गुप्ता-नितिन गुप्ता सी0ए0 ने 41 हजार में प्राप्त की। लड्डू गोपाल जी के रथ पर सारथी बनकर सेवा करने हेतु प्रियांशु गर्ग, ध्रुव गर्ग ने 51 हजार रूपयों में और दाई और प्रसाद वितरण हेतु 32 हजार रूपयों में विकास गर्ग एवं बाई और प्रसाद वितरण की 35 हजार रूपयों में बोली लेकर ऋषभ गर्ग, कैलाशपुरम ने सौभाग्य प्राप्त किया। मुनीम जी की सेवा हेतु 25 हजार रूपयों की सर्वाधिक बोली लेकर नितिन शर्मा पुत्र स्व. पंडित फकीर चंद ने सेवा का अवसर प्राप्त किया। रथाशाला से मंदिर ठाकुरद्वारा तक स्वर्णिम रथ की बोली 11 हजार रूपए व प्रसाद रथ की बोली 4 हजार एक सौ रूपए रही। बोलियों का संचालन राजीव गुप्ता एवं राधेश्याम गर्ग ने संयुक्त रूप से किया।

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