गौरव सिंघल, सहारनपुर। केंद्रीय राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार जयंत चौधरी के नेतृत्व में रालोद के प्रमुख नेताओं की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक कई नजरिए से महत्वपूर्ण और उपयोगी रही है। यह बात रालोद के युवा सांसद चंदन चौहान ने आज वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंघल से खास बातचीत में कही। चंदन चौहान ने बताया कि बहुप्रतीक्षित यह बैठक कल लखनऊ में हुई। जयंत चौधरी और मुख्यमंत्री के बीच अलग से भी 20 मिनट की बातचीत हुई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भरोसा दिया कि गन्ना किसानों के बकाया भुगतान को शीघ्र कराया जाएगा।
बता दें कि आगामी एक-दो माह में उत्तर प्रदेश में विधानसभा के जो 10 सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें तीन सीटें खैर सुरक्षित, मीरापुर और गाजियाबाद शहर रालोद के प्रभाव क्षेत्र में आती हैं। रालोद ने बागपत और बिजनौर दोनों लोकसभा सीटें जीतकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपना प्रभाव साबित किया। मीरापुर सीट का प्रतिनिधित्व चंदन चौहान करते थे जो बिजनौर से लोकसभा के लिए चुन लिए गए। उत्तर प्रदेश में योगी मंत्रिमंडल में लोकदल का प्रतिनिधित्व काबिना मंत्री के रूप में अनिल कुमार करते हैं। जिनके पास विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय है। लोकदल की यह भी मांग है कि अनिल कुमार का विभाग बदला जाए।
चंदन चौहान ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मीरापुर विधानसभा क्षेत्र में शीघ्र ही आयोजित होने वाली जनसभा में आने का न्यौता दिया है जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वीकार कर लिया है। ध्यान रहे लोकसभा चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को केंद्रीय राज्यमंत्री संजीव बालियान की हार से बड़ा झटका लगा था। साथ ही बागपत सीट रालोद के कोटे में चले जाने से डा. सत्यपाल सिंह भी सांसद नहीं रहे। जाट बहुल मुजफ्फरनगर सीट पर सपा के प्रमुख जाट नेता हरेंद्र मलिक का कब्जा हो गया है। साथ ही जाटों और किसानों पर अपना दबदबा रखने वाली भारतीय किसान यूनियन के नेताओं राकेश टिकैत, नरेश टिकैत आदि के तेवर अभी भी भाजपा और उनकी दोनों सरकारों के खिलाफ बहुत ही तीखें और आक्रामक हैं। ऐसे में जयंत चौधरी का योगी को मिला साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूती प्रदान करेगा।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों में जाटों पर अपना कोई प्रभाव नहीं छोड़ पाए। दोनों उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और केशव प्रसाद मौर्य मुख्यमंत्री को लेकर पहले से ही खफा चल रहे हैं। ऐसे नाजुक मोड़ पर जयंत चौधरी ने जिस तरह से आगे बढ़कर योगी के साथ खड़े होने का काम किया है उससे भाजपा उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए आशान्वित है।
बता दें कि पिछले काफी दिनों से जयंत चौधरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच बैठक के प्रयास हो रहे थे। जयंत चौधरी ने राहुल गांधी के जातीय जनगणना कराने की मुहिम को भी यह कहते हुए निरूत्साहित किया है कि यह समाज के हित में नहीं होगा। जयंत चौधरी कई मायनों में भाजपा के लिए उपयोगी भूमिका में साबित हो रहे हैं। उनकी इस भूमिका से निश्चित ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ को बड़ा सहारा मिलेगा।