मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। बराका की राजनीतिक और सामाजिक चेतना पर गहरा संकट, नहीं ढूंढ पाए रास्ता तो खतरे में पड़ जाएगा अस्ति सिलचर प्रेस क्लब में रणबीर रॉय की 21वीं पुण्य तिथि पर संसद में बहस, छह पत्रकारों को स्मृति पुरस्कार प्रदान किया गया। अखबारों की दुनिया में कभी कद्दावर शख्सियत रहे पत्रकार-संपादक रणवीर रॉय की 21वीं पुण्य तिथि के मौके पर बराक नागरिक संघ की पहल पर बुधवार को सिलचर प्रेस क्लब में आयोजित परिचर्चा बैठक में यह राय सामने आयी। चर्चा का विषय था "राजनीतिक-सामाजिक चेतना, बराक घाटी की विरासत। कवि-पत्रकार-समाजशास्त्री अतीन दास, नागरिक सभा के मुख्य सचिव शंकर डे, अक्सा सलाहकार रूपम नंदी पुरकायस्थ, सामाजिक कार्यकर्ता और राजनीतिक नेता अनुप रॉय, प्रेस क्लब के उपाध्यक्ष रितेन भट्टाचार्य, संयुक्त संपादक गौतम तालुकदार, पप्लू दास, कवि देबलेना रॉय आदि की अध्यक्षता संजीत देबनाथ ने की।
रणवीर राय की 21वीं पुण्यतिथि पर पत्रकारों को सम्मानित किया
इस अवसर पर संजीव कुमार सिंह, दीपन कुमार दास, मृदुला भट्टाचार्य, विद्युत कुमार दास, सबीर अहमद मजूमदार, रानू दत्त छह पत्रकारों को रणवीर रॉय मेमोरियल पत्रकारिता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही सुधींद्र कुमार नंदी पुरकायस्थ मेमोरियल पत्रकारिता पुरस्कार प्रदान किया गया। फोटो जर्नलिस्ट हिमांशु डे- कौ प्रारंभ में रणबीर रॉय की स्मृति में विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की गई, क्योंकि रणबीर रॉय की हत्या को इक्कीस वर्षों तक दबाए रखा गया था, इसलिए इस कार्यक्रम में तीव्र आक्रोश व्यक्त किया गया। जल्द ही हत्या के रहस्य से पर्दा उठाने की जोरदार मांग उठने लगी।