उन्होंने आरोप लगाया कि क्रॉस फायरिंग समेत कई तरह के अत्याचार जारी हैं और सीमा पार से अत्याधुनिक हथियारों की तस्करी हो रही है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दो राष्ट्रीय राजमार्ग 2023 से बंद हैं, जिससे मणिपुर के लोगों को दैनिक आवश्यकताओं की उचित आपूर्ति नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि विभिन्न शरणार्थी शिविरों में रहने वाले लोग दिन-ब-दिन डर के साये में जी रहे हैं, ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी से मणिपुर की पीड़ित जनता में नाराजगी है।
उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने के बावजूद उन्होंने आज तक मणिपुर में कदम नहीं रखा है। कांग्रेस नेताओं ने प्रेस काॅन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री से मणिपुर-म्यांमार सीमा पर बाड़ लगाने, नई जनगणना कराने समेत मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए मैतेयी और कुकी समुदायों के साथ बैठक करने की अपील भी की।