सचिन गुप्ता, खतौली। नगर के नौ जैन मंदि. रों में पर्यूषण पर्व की धर्म आराधना के लिए भक्तगण नियमित रूप से पूजा पाठ कर आत्म साधना कर रहे हैं। शांतिनाथ जैन मंदिर में पवित्र मंत्रोच्चार के साथ जिनेंद्र भगवान का अभिषेक व पूजन विमल भैया जी इंदौर के मार्गदर्शन में किया गया। भक्तों ने वीतरागी प्रभु का जयकारो के साथ गुणगान किया।
इस पर्यूषण दसलक्षण महोत्सव के पावन अवसर पर धर्म चर्चा के द्वारा राजकुमार प्रवक्ता ने बताया आज हम उत्तम संयम धर्म की पूजा अर्चना के माध्यम से संकल्प ले रहे हैं। संयम मानव जीवन का अभिन्न अंग है। संयम के द्वारा ही मनुष्य अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण कर सकता है। असीमित इच्छाऐं ही मानव दुख व कष्टो का मूल कारण है। इच्छाओं व अपेक्षाओं का नियंत्रण ही मानव जीवन में शांति का वाहक है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र का संयम मानव को दिव्यत्व की ओर ले जाता है। संयम हमेशा अपने आप की व पर की रक्षा करता है। संयम आत्म कल्याण का मार्ग है। वाणी का संयम समाज में सौहार्द कायम करता है। संयमित समाज धर्म के मार्ग का पालन करते हुए विनम्रता व उन्नति के मार्ग पर आगे बढ़ता है। इसी के साथ सभी मंदिरों में धार्मिक प्रस्तुति प्रतियोगिता व पश्न मंच कराये जा रहे हैं। प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया जा रहा है। अनेक श्रद्धालु भक्तांमर स्त्रोत का पाठ करके धर्म वाचना कर रहे हैं। जैन मिलन तथा महासमिति की शाखाएं कार्यक्रम आयोजित कर रही है।
इस अवसर पर शिखर चंद, धनेश पुली, रामकुमार, पवन महलका, निर्मल बैंक, सतीश प्रवक्ता, राजेंद्र दादरी, विनोद प्रवक्ता, जनेश्वर, जम्बू प्रसाद, सतपाल, जयचंद, सुशील मंडी, पोथी सराफ, संजय दादरी, सुनील ठेकेदार, कुलदीप बैंक, मनोज टोनी, अनंतवीर, मनोज आढ़ती, कुलदीप प्रवक्ता, डीके जैन रोडवेज, विनोद कपड़े वाले, मनोज बर्तन, सचिन सरार्फ, नीरज किराना, अरुण नंगली, रजनीश सराय, काक्के, अरुण बैंक, विजय सर्राफ, सो. मिल, पवन सराफ, सुभाष टोकरी, डा. क्षितिज, सलोनी, लवली, रीमा, कुसुम, राजबाला, सीमा तिगाई, पूजा, डा.आशा, साक्षी, सुजाता, रिचा, हिमांशी, तनीशा, आयुषी, राशि, भावना, साधना, सरिता, शिल्पी, अनीता, मीनू, ममता, विभा, वर्षा, पूनम, डा. ज्योति, अलका, आंचल, प्रीति दादरी, रीतू, अंजलि, मधु, स्नेह, शैफाली, श्यामलता सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। जक्की वाला मंदिर में छवि जैन के संयोजन में ऑनलाइन धर्म प्रतियोगिता कराई गई।