मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा अध्यक्ष अभिजीत पॉल की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई, जिसमें विधायक मिस्बाह उल इस्लाम लस्कर, पूर्व मंत्री अजीत सिंह, एपीसीसी प्रवक्ता संजीव रॉय, डीसीसी महासचिव सूर्यकांत सरकार और इफ्तिखार आलम, डीसीसी कोषाध्यक्ष सुजान दत्ता और अन्य मौजूद थे। अध्यक्ष अभिजीत पॉल ने एपी/जीपी/जेडपी के हालिया मसौदा परिसीमन प्रस्ताव को असम सरकार का वोट के लिए, धर्म के आधार पर आम जनता को बांटने का एक सुनियोजित हथकंडा बताया। उन्होंने आरोप लगाया कि वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए पंचायत परिसीमन के अधिकांश दिशानिर्देशों को नजरअंदाज कर दिया गया। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने की मांग की और अधिकारियों से लोगों को आपत्तियों और सुझावों के लिए पर्याप्त समय देने का अनुरोध किया क्योंकि ऐसे गंभीर मुद्दे के लिए केवल दो दिन पर्याप्त नहीं हैं। अगर मांगें पूरी नहीं की गईं तो कांग्रेस पार्टी व्यवस्था के खिलाफ एक मजबूत आंदोलन शुरू करने के लिए बाध्य होगी।
कांग्रेस ने पंचायत परिसीमन को जनता को बांटने वाला काम बताया