पोस्टमास्टर जनरल ने कहा कि डाक के विभिन्न माध्यमों से वाणिज्यिक निर्यात को बढ़ावा देने के लिए निर्यातकों हेतु वन-स्टॉप गंतव्य रूप में डाकघर निर्यात केंद्रों की स्थापना की गई है। डीएनके से पार्सल बुक करने के लिए, ई-निर्यातकों को डाकघर जाने की ज़रूरत नहीं, वे अपने कार्यालय या यूनिट से ही पार्सल बुकिंग कर सकते हैं। यहाँ तक कि ऑनलाइन कस्टम क्लीयरेंस की भी सुविधा है। डाकघर निर्यात केंद्र निर्यात से जुड़े दस्तावेज़ीकरण, बार-कोड के साथ लेबल की छपाई, पोस्टल बिल ऑफ ऑनलाइन फाइलिंग की सुविधा, दस्तावेज रहित सीमा शुल्क निकासी इत्यादि में मदद करता है। छोटे शहरों और गाँवों के निर्यातक, कारीगर, व्यापारी, स्वयं सहायता समूह अपने उत्पादों का वैश्विक स्तर पर निर्यात करने के लिए डीएनके का बखूबी प्रयोग कर रहे हैं।
पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने उद्यमियों को स्थानीय सेलेकर वैश्विक बाजारोंतक पहुंचने में डाक नेटवर्क की सुगमता और दक्षता पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि स्पीड पोस्ट एवं बिजनेस पार्सल की सॉर्टिंग और वितरण हेतु विशेष हब एवं नोडल डिलीवरी सेंटर स्थापित किये गए हैं। ई-कॉमर्स उत्पादों हेतु कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा दी जा रही है। डाक वस्तुओं की डिलिवरी पोस्टमैन मोबाइल एप्लिकेशन (पीएमए) के माध्यम से रियल टाइम में अपडेट की जा रही है। ऑनलाइन ट्रैक एंड ट्रेस की सुविधा भी दी गई है। मेल व पार्सल के द्रुत गति से निस्तारण के लिए डाक विभाग द्वारा नई ट्रांसपोर्ट नीति बनायी गयी है। डाक विभाग और भारतीय रेल ने संयुक्त पार्सल उत्पाद रूप में 'रेल पोस्ट गति शक्ति एक्सप्रेस कार्गो सेवा' आरम्भ की है। डाकघरों में क्लिक एंड बुक सेवा, पार्सल पैकेजिंग यूनिट, क्यूआर कोड से डिजिटल पेमेंट की सुविधा के बारे में भी उन्होंने जानकारी दी। श्री यादव ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय डाक के त्वरित निस्तारण हेतु अहमदाबाद के शाहीबाग में विदेश डाकघर और सूरत में इंटरनेशनल बिजनेस सेंटर की स्थापना की गई है। अंतरराष्ट्रीय पार्सल बुकिंग के लिए ऑन स्पॉट कस्टम क्लियरेंस की सुविधा उपलब्ध है। विश्व भर में 200 से अधिक गंतव्य देशों और क्षेत्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय पार्सल सेवा उपलब्ध है।
पोस्टमास्टर जनरल ने उद्यमियों से रूबरू होते हुए कहा कि पत्र, पार्सल, लॉजिस्टिक्स के साथ-साथ धन प्रेषण, बचत बैंक, बीमा, इण्डिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक और आधार, पासपोर्ट, कॉमन सर्विस सेंटर जैसी तमाम नागरिक केंद्रित सुविधाएँ डाकघरों के माध्यम से विस्तार पा रही हैं। फिजिकल मेल से लेकर डिजिटल मेल और 'डाकिया डाक लाया' से 'डाकिया बैंक लाया' तक के सफर में डाक सेवाओं ने तमाम नवाचार किये हैं।