मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। काठीघोड़ा में भैरबपुर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क सरकार व विभागीय अधिकारियों की घोर लापरवाही के कारण लगभग चार वर्षों से मौत का जाल बन गयी है। बार-बार मांग के बावजूद सरकार ने सड़क सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। इसका खामियाजा हजारों छात्रों समेत लोगों को भुगतना पड़ रहा है. सड़क सुधारीकरण की दिशा में कोई पहल नहीं किये जाने से लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया और दबा हुआ गुस्सा फूट पड़ा। विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों के पदाधिकारियों के साथ कई स्कूलों के एक हजार से अधिक छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतर आये और प्रदर्शन किया। उन्होंने सड़क पर पौधे लगाकर विरोध जताया. छात्रों सहित लोगों ने जल्द ही सामूहिक मांगें पूरी नहीं होने पर राष्ट्रीय राजमार्ग 6 को अवरुद्ध करने की धमकी दी।
बता दें कि 15 हजार की आबादी को राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या छह से जोड़ने वाली सड़क लंबे समय से जर्जर है। सड़क पर पूरी तरह से गड्ढों का कब्जा है। आवागमन तो दूर, पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। सुधार की मांग को लेकर बार-बार मौखिक और लिखित याचिकाओं का कोई नतीजा नहीं निकला। भैरबपुर एमई स्कूल, कंडीग्राम एलपी स्कूल, अजमारा एलपी स्कूल नंबर 783, भैरबपुर एलपी स्कूल नंबर 494, भैरबपुर एलपी स्कूल नंबर 13, जनकल्याण हाई स्कूल, अल इमरान अकादमी, जनकल्याण अकादमी, अल अमन अकादमी, कलैन हायर स्कूल पर दबाव डाला गया। मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे से कलान एसआर कॉलेज, कलान जूनियर कॉलेज आदि विभिन्न शिक्षण संस्थानों के छात्रों ने खराब सड़कों पर प्रदर्शन किया। स्वयंसेवी संस्था तृप्ति क्लब, जनकल्याण क्लब, यूथ फेडरेशन, युवा विकास संगठन के सभी स्तर के कर्मचारी अधिकारियों ने भाग लिया। उन्होंने गड्ढों में हैलीचारा लगाकर विरोध जताया।