पानग्राम में बिजली बिल को लेकर विभिन्न संगठनों ने चिंता जताई

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। मीटर विस्तार की मांग को लेकर उदारबंद के पानग्राम में बिजली उपभोक्ताओं की बैठक हुई.  बैठक में ऑल असम इलेक्ट्रिसिटी कंज्यूमर्स एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य निर्मल कुमार दास, दीपांकर चंद, संगठन के सदस्य नेहारुल अहमद मजूमदार, खदेजा बेगम लश्कर और असम राज्य समिति के संयोजक हिलोल भट्टाचार्य उपस्थित थे। वहां मौजूद ग्राहकों ने एकत्रित होकर आवाज बुलंद की कि स्मार्ट मीटर को लोगों को लूटने का जरिया बना कर छोड़ दिया जाये, बिजली वितरण व्यवस्था के निजीकरण की साजिश के तहत प्रीपेड स्मार्ट मीटर को रद्द कर दिया जाये, स्मार्ट मीटर वापस ले लिया जाये, डिजिटल मीटर वापस कर दिया जाये. स्मार्ट मीटर लगाकर जनता को लूटना बंद करें। बैठक में नेहारुल अहमद मजूमदार, हिलोल भट्टाचार्य, दीपंकर चंद, निर्मल कुमार दास व अन्य ने संबोधित किया

वक्ताओं ने कहा कि लोग स्मार्ट मीटर के लिए आवाज नहीं उठा रहे हैं, बल्कि सरकार बड़े कॉरपोरेट समूहों के मुनाफे के लिए हर घर में स्मार्ट मीटर लगाना चाहती है दीपांकर चंद ने कहा कि बिजली वितरण व्यवस्था के निजीकरण की मंशा से स्मार्ट मीटर लगाये जा रहे हैं इस मीटर पर असम के लोगों द्वारा बिजली बिल बढ़ाने के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं उन्होंने कहा कि सरकार अब शिकायतकर्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर के साथ-साथ पुराने डिजिटल मीटर भी लगाने की बात कर रही है यानी डिजिटल मीटर और स्मार्ट मीटर में कोई अंतर नहीं है उन्होंने कहा कि हजारों करोड़ रुपये की लागत से ये स्मार्ट मीटर क्यों लगाया जा रहा है? उन्होंने सभी से गुरुवार, 19 सितंबर को सुबह 11 बजे सिलचर के नरसिंगटोला मैदान में इकट्ठा होने का आग्रह किया। निर्मलकुमार दास ने कहा कि स्मार्ट मीटर भविष्य में बिजली उपभोक्ताओं को और अधिक गंभीर नुकसान पहुंचाएंगे। सरकार 'टीओडी' प्रणाली शुरू करने जा रही है। उन्होंने कहा कि यह सिस्टम दिन-रात दो तरह के बिल जेनरेट करेगा।  रात का बिल दिन से दोगुना हो जायेगा, इससे आम लोग बिजली का उपयोग नहीं कर सकेंगे

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