शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। व्यापारी सुरक्षा फोरम के संयोजक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गोयल ने हाल ही में आयोजित व्यापारियों की सभा को संबोधित करते हुए बहराइच की घटना को "दुखद और निंदनीय" बताया। उन्होंने कहा कि जिन व्यापारियों का दंगे में नुकसान हुआ है, चाहे वे किसी भी धर्म, जाति या समुदाय से हों, उनकी भरपाई केंद्र और प्रदेश सरकार को करनी चाहिए। यह मांग उन्होंने नई मंडी स्थित व्यापारी सुरक्षा फोरम के कैंप कार्यालय पर आयोजित सभा में की। अशोक गोयल ने कहा कि ऑनलाइन व्यापार से परंपरागत व्यापार को नुकसान हो रहा है, जिससे न केवल सरकार के राजस्व में कमी आ रही है बल्कि बेरोजगारी भी बढ़ रही है। उन्होंने अपनी इस मांग को फिर से दोहराया कि मध्यम वर्गीय पंजीकृत व्यापारियों को उनके तीन साल के टर्नओवर के आधार पर क्रेडिट कार्ड की सुविधा मिलनी चाहिए। साथ ही, जीएसटी दरों में अधिकतम 20% का प्रावधान हो, जो क्रमशः 5%, 10%, 15% और 20% के रूप में तय किया जाए।
सभा में आगे बोलते हुए अशोक गोयल ने कहा कि व्यापारी देश के लिए टैक्स उगाहते हैं, लेकिन 65 वर्ष की उम्र के बाद उन्हें केवल ₹3000 की पेंशन मिलती है, जो व्यवहारिक नहीं है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि व्यापारियों के लिए 5,000 से ₹10,000 मासिक पेंशन का प्रावधान होना चाहिए, ताकि वे अपने बुढ़ापे में सम्मानपूर्वक जीवन व्यतीत कर सकें। अशोक गोयल ने सरकार से आग्रह किया कि व्यापारियों की समस्याओं का समाधान खोजने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि यह समिति व्यापारियों की समस्याओं का गहन अध्ययन करे और उन्हें राहत प्रदान करने के लिए ठोस कदम उठाए। सभा में यह भी बताया गया कि व्यापारी सुरक्षा फोरम उत्तर प्रदेश के 58 जिलों में सक्रिय है और हाल ही में दिल्ली में हुए सम्मेलन में 17 प्रदेशों के अध्यक्षों की नियुक्ति की गई है। ये अध्यक्ष अपने-अपने प्रदेशों में व्यापारी सुरक्षा फोरम की कार्यकारिणी का गठन करेंगे और इसकी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष को देंगे। उन्होंने संकेत दिया कि शीघ्र ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में व्यापारी सुरक्षा फोरम का क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
इस अवसर पर विश्व दीप गोयल, सभासद राहुल पवार, राजकुमार रहेजा, मनोज गुप्ता, रविंद्र तालियान सहित सैकड़ों व्यापारी उपस्थित थे। सभी ने राष्ट्रीय संयोजक और अध्यक्ष अशोक गोयल का जोरदार स्वागत किया और कहा कि वे व्यापारी हितों की लड़ाई में हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।