श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में अतिथि व्याख्यान आयोजित

शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में छात्र-छात्राओ के संपूर्ण विकास के लिए अतिथि व्याख्यान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर विवेक दवे (डीन), (स्वास्थ्य विज्ञान विद्यालय, केंद्रीय विश्वविद्यालय,गया,बिहार) रहे। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य वक्ता द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। इसके साथ ही मुख्य अतिथि को श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी के निदेशक डॉ0 गिरेन्द्र कुमार गौतम के द्वारा बुकें देकर सम्मानित किया गया।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर विवेक दवे ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए फार्मा क्षेत्र में हो रहे नवीनतम बदलाव के बारे में अवगत कराया और शोध से जुड़ी हुई नवीनतम तकनीकों का विश्लेषण भी किया। साथ ही मानव नेत्रों से जुडे शोध पर छात्र-छात्राओं के साथ कई रोचक तथ्यों की जानकारी साझा की। साथ ही बताया की कैसे नई तकनीक, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से दवाओं की खोज और विकास को तेजी से बदला जा रहा है।
इसके साथ ही उन्होंने एशिया महाद्वीप के अंदर डायबिटीज के बढ़ते हुए स्तर को लेकर चिन्ता व्यक्त की और बताया कि आज लगभग एकमात्र एशिया महाद्वीप में 425 मिलियन से ज्यादा आबादी डायबिटीज से संक्रमित है जिसमे बड़ी मात्रा में डायबिटीज रेटिनोपैथिक रोगियों  की  संख्या है। डायबिटिक रेटिनोपैथी एक गंभीर आंखों की बीमारी है जो डायबिटीज के कारण होती है । इसमें आंखों की रेटिना (जो कि दृष्टि के लिए जिम्मेदार होती है ) पर प्रभाव पड़ता है। यह स्थिति तब होती है जब उच्च रक्त शर्करा के स्तर से रक्त वाहिकाएँ प्रभावित होती हैं। साथ ही उन्होंने डायबिटीज रेटिनोपैथी के उपचार में उपयोग में लाई जाने वाली इंट्राऑकुलर मार्ग के बारे में भी जानकारी देते हुए बताया किइंट्रा-ऑक्युलर मार्ग का अर्थ है दवा का आंख के अंदर सीधे प्रशासित करना। यह विधि विभिन्न नेत्र रोगों के इलाज के लिए उपयोग की जाती है, जैसे ग्लूकोमा, रेटिनल बीमारियाँ, और संक्रमण इत्यादि।
श्रीराम कॉलेज आफ फार्मेसी के निदेशक डॉ0 गिरेन्द्र कुमार गौतम ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम में छात्रों को अति महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त होती है जो कि उनके भविष्य में सहायक साबित होती है। इसलिए श्री राम कॉलेज ऑफ़ फार्मेसी में छात्रों के मानसिक विकास के लिए इस प्रकार की एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी लगातार चलती रहती है जो कि छात्रों के मनोविज्ञान का स्तर बढ़ने का कार्य भी करती है। छात्र-छात्राओं ने अतिथि व्याख्यान कर्यक्रम में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। अतिथि व्याख्यान के अंत में, छात्रों को वक्ता से सवाल पूछने का मौका मिला। सवालों का मुख्य फोकस फार्मेसी में करियर के अवसरों, नए स्टार्टअप और दवाओं के निर्माण एवं शोध आदि मुद्दों पर था। वक्ता ने छात्रों को उनके सवालों के व्यावहारिक और सटीक उत्तर दिए, जिससे छात्रों को अपने करियर के बारे में गहराई से सोचने और समझने में मदद मिली।
कार्यक्रम में डॉ मनोज कुमार गुप्ता, डॉ० राम, डॉ० जगपाल सिंह ,साबिया परवीन, टिंकू  कुमार, लोकेश कुमार, ज्योति जैन, अक्षिता, अवि दुबे, आरती, मुस्सयब खान, अमित राठोर, मोहन, दीपक, स्वाति इत्यादि अध्यापको का योगदान रहा ।
Comments