शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी काॅलेज फल मैनेजमेंट स्टडीज में आईक्यूएसी के तहत इन्र्फोमेटिंव क्लब के अन्तर्गत मैनेजमेंन्ट कन्विंज ऑन प्रोडेक्ट अवेयरनेस विषय पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारम्भ काॅलेज के प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल ने किया।
प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल ने कहा कि प्रोडेक्ट जागरूकता से तात्पर्य उपभोक्ताओं की किसी विशेष प्रोडेक्ट के साथ परिचितता के स्तर से है। इसे इस बात से मापा जाता है। कि उपभोक्ता प्रोडेक्ट के लोगो, नाम, उत्पादों और अन्य परिसंपत्तियों को कितनी अच्छी तरह पहचान सकते है। जागरूकता के बिना उपभोक्ता आम तौर पर आपके ब्रांड को खरीदने पर विचार नहीं करेगा, यही कारण है कि प्रोडेक्ट जागरूकता को अवसर कई प्रोडेक्ट इक्विटी माॅडल की नींव के रूप में देखा जाता है। उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए है क्योंकि प्रोडेक्ट जागरूकता का निर्माण आपके ब्रांड को सबसे ऊपर रखता है। कार्यक्रम के में छात्र-छात्राओं को ज्ञान प्रदान करने तथा अध्ययन से ज्यादा प्रैक्टिकल को महत्व दिया।
विभागाध्यक्ष राजीव पाल सिंह ने बताया कि विभिन्न प्रकार के प्रोडेक्टस् व उनके प्रतीक चिन्ह व टैक्निकस् के बारे में प्रोजेक्टर के माध्यम से समझाया। उन्होंने बताया कि पिछलें कुछ वर्षों में प्रभावी विज्ञापन और विपणन रणनीतियों ने प्रोडेक्ट पहचान में उल्लेखनीय वृद्धि की है, जिससे बिक्री में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि किसी श्रेणी में प्रमुख ब्रांडो के लिए यह उच्च प्रोडेक्ट जागरूकता दर एक आर्थिक खाई के रूप में काम कर सकती है, जिससे प्रतिस्पर्धियों को अतिरिक्त बाजार हिस्सेदारी हासिल करने से रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि ब्रांडो को अपने लक्षित दर्शकों तक प्रभावी ढंग से पहुॅचने और अपने मार्केटिंग प्रभाव को अधिकतम करने के लिए इन रूझानों के साथ अपडेट रहना चाहिए।
कार्यक्रम संयोजक प्रवक्ता अभिषेक बागला ने बताया कि उच्च प्रोडेक्ट जागरूकता वाले उत्पाद और सेवाए संभवतः अधिक बिक्री उत्पन्न करेंगी। उन्होंने कहा कि जब विकल्पों का सामना करना पडता है, तो उपभोक्ता किसी अपरिचित उत्पाद की तुलना में नामी प्रोडेक्ट का उत्पाद खरीदना अधिक पसंद करते है। उन्होंने कहा कि ब्रांड जागरूकता का निर्माण आपके उत्पाद या सेवा को एक स्पष्ट और आकर्षक मूल्य प्रस्ताव से जोड़ने से शुरू होता है। इस अवसर पर डा0 संगीता गुप्ता, दीपक गर्ग, मौ0 अन्जर, संजय शर्मा, सोनिका, पूर्वी, शशांक भारद्वाज, प्रशांन्त गुप्ता, विनिता चैधरी, उमेश मलिक व लवी वर्मा आदि शिक्षक व स्टाॅफ मुख्य रूप से मौजूद रहे।