स्वतंत्र उम्मीदवार ने मुख्यमंत्री के निवेदन पर नामांकन वापस लिया, भाजपा उम्मीदवार की जीत पक्की

मदन सुमित्रा सिंघल, शिलचर। धोलाई के निर्दलीय उम्मीदवार एवं भारतीय जनता पार्टी के बागी नेता अमियकांति दास ने मुख्यमंत्री के प्रति सम्मान दिखाते हुए और निवेदन का जवाब देते हुए, जिला भाजपा के पूर्व उपाध्यक्ष और एक स्वतंत्र उम्मीदवार अमियकांति दास ने अपना नामांकन वापस ले लिया। सोमवार को उन्होंने जिला संरक्षक मंत्री जयंत मल्ल बरुआ, लखीपुर विधायक कौशिक रॉय और जिला अध्यक्ष बिमलेंदु रॉय की उपस्थिति में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया। अमियकांति दास ने भाजपा के लिए यथावत सेवा करने तथा पिछली बातें खत्म करने का भी आश्वासन दिया। 

नामांकन पत्र वापस लेने के बाद अमियकांति दास पत्रकारों से मुखातिब हुए और कहा कि वह बीजेपी के खिलाफ नहीं खड़े हैं। मौजूदा सांसद परिमल शुक्लवैद्य के खिलाफ केवल एक व्यक्ति खड़ा था, इसमें परिमल के खिलाफ उसका संघर्ष सामने आया। उन्होंने कहा कि धोलाई के पार्टी कार्यकर्ता परिमल शुक्लवैद्य से द्वेष रखते हैं। भले ही परिमल लंबे समय से राज्य पर शासन कर रहे हैं, लेकिन वे अधिकांश कार्यकर्ताओं की उपेक्षा कर रहे हैं।  लंबे समय से दबा हुआ गुस्सा फूट पड़ा। नाराज समर्थक और कार्यकर्ता उनके साथ थे। उन्होंने यह भी कहा कि नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद जिला अध्यक्ष से लेकर विधायक कौशिक राय, मंत्री जयंत मल्ल बरूआ तक ने बार-बार संपर्क किया है। 
रविवार की रात मंत्री जयंत मल्ल बरुआ और मुख्यमंत्री ने उनसे फोन पर बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया कि निहार रंजन धोलाई में उम्मीदवार नहीं हैं, वह खुद वहां चुनाव लड़ रहे हैं और जब मुख्यमंत्री ने उन्हें नामांकन पत्र वापस लेने के लिए कहा तो उन्होंने सम्मान और श्रद्धा के साथ अपना नामांकन वापस ले लिया। जयंत मल्ल बरूआ ने पत्रकारों को कहा कि अमियकांति दास हमारे निष्ठा वान कार्यकर्ता एवं नेता है उन्होंने भाजपा एवं अन्य किसी के खिलाफ कभी कुछ नहीं कहा।
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