गौरव सिंघल, देवबंद। श्री रामा मंडल सेवा ट्रस्ट द्वारा आयोजित की जा रही रामलीला में बीती रात लंका दहन व अशोक वाटिका का अति सुंदर ढंग से मंचन किया गया। हनुमान जी श्रीलंका में पहुंच जाते हैं वहां अशोक वाटिका में माता सीता जी को श्री राम का संदेश और उनकी मुद्रिका उनके सम्मुख गिरा देते हैं। सीता जी ने मुख उठाकर ऊपर देखा तभी पत्तों मे छिपे हनुमान जी नीचे कूद कर सीता जी को प्रणाम कर बोले माता मैं प्रभु श्री राम का दूत हनुमान हूं। सीता हनुमान जी को कहती हैं कि मेरे स्वामी से कहना की वे शीघ्र से शीघ्र आकर हमें ले जाए।
हनुमान जी को भूख लगती है तो वह माता सीता की आज्ञा पाकर पेट भर फल खाते हैं और वृक्षों को उखाड़ने लगते है और पूरी अशोक वाटिका उजाड़ देते है। रावण के बेटे अक्ष कुमार को पटक-पटक कर मार देते हैं। मेघनाथ हनुमान जी को ब्रह्मास्त्र में बांधकर रावण के समक्ष ले आता है। रावण का आदेश पाते ही राक्षस हनुमान जी की पूंछ में आग लगा देते है। कूदते- उछलते हनुमान जी रावण की लंका को जला डालते है। सभी राक्षस प्राण बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगते है। रावण- हनुमान जी के सवांदो को सुनकर राम भक्तों ने खूब तालियां बजाई। राम लीला में मुख्य रूप से राकेश सिंघल, अरविंद गुप्ता, अनुज अग्रवाल, विनय गुप्ता, विशाल गर्ग, रितेश बंसल, देवीदयाल शर्मा, लोकेश गर्ग, संजय सिंघल, अमित गर्ग, विशाल गुप्ता, हार्दिक आदि मौजूद रहे।