शि.वा.ब्यूरो, मुजफ्फरनगर। एसडी काॅलेज ऑफ मैेनेजमेन्ट स्ट्डीज की स्टूडेंट वेलफेयर कॅमेटी के तत्वाधान में आईक्यूएसी के तहत छात्र-छात्राओं के लिय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विषय पर वर्कशाॅप का आयोजन किया गया। वर्कशाॅप का शुभारम्भ काॅलेज के प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल व विभागाध्यक्ष डा0 संजीव तायल ने किया। काॅलेज के छात्र-छात्राओं ने वर्कशाप में बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम में सर्वप्रथम प्राचार्य डा0 संदीप मित्तल ने अपनी भाषा में व्यक्त किया कि आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी एक ऐसी तकनीक है, जिसमें मानव जैसी समस्या समाधान क्षमताएॅ होती है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी क्रिया होने पर मानव बुद्धिमता का अनुकरण करता हुआ प्रतीत होता है। यह छवियों को पहचान सकता है, कविताए लिख सकता है और डेटा आधारित भविष्यवाणियाॅ कर सकता है। इसी क्रम में आगे समझाया कि एआई का अस्तित्व हमेशा बना रहेगा। भविष्य में प्रतिस्पर्धा में आगे निकलने के लिए, संगठनों और व्यक्तियों को समान रूप से तेजी से परिचित होने की आवश्यकता है। मैकिन्से एक्सप्लेनर्स की यह श्रृंखला उन सात तकनीकों पर गहराई से चर्चा करती है, जो आने वाले वर्षों को आकार दे रही है।
बीसीए विभागाध्यक्ष डाॅ0 संजीव तायल ने बताया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिस्टम एल्गोरिदम और डेटा का उपयोग करके काम करते है। सबसे पहले बड़ी मात्रा में डेटा एकत्र किया जाता है और गणितीय माॅडल या एल्गोरिदम पर लागू किया जाता है, जो प्रशिक्षण के रूप में जानी जाने वाली प्रक्रिया में पैटर्न को पहचानने और भविष्यवाणियां करने के लिए जानकारी का उपयोग करते है। एंडटू एंड दक्षता आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस घर्षण को समाप्त करता है और आपके संगठन में एनालिटिक्स और संसाधन उपयोग को बेहतर बनाता है, जिसके परिणामस्वरूप महत्वपूर्ण लागत में कमी आती है। यह जटिल प्रक्रियाओं को स्वचालित भी कर सकता है और रखरखाव की जरूरतों का अनुमान लगाकर डाउन टाइम को कम कर सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कोर्स को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में विभिन्न विषयों का ज्ञान प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिसमें मशीन लर्निंग, डीप लर्निंग, नेचुरल लैग्वेज प्रोसेसिंग, कम्प्यूटर विज्ञान, रोबोटिक्स और डेटा एनालिटिक्स शामिल है।
इस अवसर पर चाॅदना दीक्षित, रोबिन गर्ग, मोहित गोयल, अनुज गोयल, राहुल शर्मा, हर्षित गर्ग, श्वेता टाॅक, रितू गुप्ता, रोबिन मलिक, शशांक भारद्वाज, हर्षिता गोयल, निरंकार शर्मा, देवेश भारद्वाज, हिमांशु शर्मा, वैभव वत्स आदि शिक्षक, स्टाॅफ एवं छात्र-छात्रायें मुख्य रूप से उपस्थित रहे।