सुरेंद्र सिंघल, नई दिल्ली। भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र पूर्व मंत्री एवं पूर्व सांसद 74 वर्षीय सुनील शास्त्री ने कहा कि देशवासी श्रद्धा और लगाव के साथ उनके पिता लाल बहादुर शास़्त्री को याद करते हैं और उन्हें अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं, जिससे उनका पूरा परिवार दिल की गहराइयों से आनंदित है और यह देखकर हम लोगों को महसूस होता है कि 2 अक्टूबर शास़्त्री जी का जन्मदिन ही नहीं है, बल्कि उनका अवतरण हो रहा है। अभी लाल बहादुर शास्त्री को उनके 121वें जन्मदिन पर देशभर में याद किया गया।
लाल बहादुर शास्त्री के बेटे सुनील शास्त्री जो उत्तर प्रदेश में मंत्री और बाद में सांसद रहे और कांग्रेस में सक्रिय हैं, से जब वरिष्ठ पत्रकार सुरेंद्र सिंघल ने खास बातचीत में पूछा कि अनुकूल हालात होने के बावजूद उन्होंने इस बार लोकसभा का चुनाव क्यों नहीं लड़ा तो वह बोले कि जो सम्मान और लगाव हमें चारों तरफ जन-जन से मिलता है, उसके आगे कोई सत्ता सुख मायने नहीं रखता है। चुनाव के दौरान वह सामाजिक रूप से इतने व्यस्त रहे कि चुनाव लड़ने की बात ही उनके दिमाग में नहीं रही। सुनील शास्त्री ने कहा कि उनके परिवार को देश का उतना सम्मान और स्नेह प्राप्त है कि उसके प्रति कृतघ्ता व्यक्त करने के शब्द भी उनके पास नहीं है। उन्होंने बताया कि इस बार लाल बहादुर शास्त्री नेशनल मेमोरियल संस्थान, जो प्रधानमंत्री के रूप में उनका सरकारी आवास रहा, पर रात्रि में आयोजित सांस्कृतिक समारोह में देश की प्रख्यात गायिका वाणी बब्बर ने अपनी मधुर आवाज में गजलों का गायन प्रस्तुत किया।