गौरव सिंघल, सहारनपुर। रेनबो स्कूल में स्वर्ण जयंती के दूसरे दिन धूमधाम के साथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सभागार में मौजूद अभिभावकों व दर्शकों को स्कूल की 50 वर्ष की शैक्षिक यात्रा को दिखाया गया। कार्यक्रम में पुडुचेरी की राज्यपाल रही पूर्व आईपीएस अधिकारी किरण बेदी स्कूल के कार्यक्रम में सहारनपुर पहुंची। किरण बेदी ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि जब पहली बार उनसे प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या आप पुडुचेरी की राज्यपाल बनना चाहेंगी, तो यह सुनकर वह हैरान रह गई थी। क्योंकि पहले मुझे कभी किसी ने नहीं पूछा था। मेरी पोस्टिंग इधर-उधर कर दी गई। कभी जेल भेजा और तो कभी ट्रैफिक में भेज दिया गया। किरण बेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री का उनको बुलाकर यह पूछना कि क्या आप पुडुचेरी की राज्यपाल बनेंगी, तो यह उनका बड़प्पन था। युवाओं के लिए आइकॉन किरण बेदी ने महिला अपराध की बाबत कहा कि महिलाओं के साथ घटना करने वाले पुरुष होते हैं। वह भी किसी के बेटे-भाई और कॉलेज के स्टूडेंट है। माता-पिता को अपने बेटों को अच्छे संस्कार देने चाहिए। देश की पहली महिला आईपीएस ने कहा कि स्कूल से घर लौटने के बाद बच्चा क्या करता है क्या नहीं, यह देखना अभिभावकों की जिम्मेदारी है। स्कूल ने अपना काम कर दिया, उसके बाद अभिभावकों काम शुरू होता है। पुडुचेरी की पूर्व उप राज्यपाल एवं देश की पहली महिला आईपीएस डॉ. किरण बेदी ने देश भर में दुष्कर्म और महिला उत्पीड़न के लिए पुरुषों को जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि यदि पुरुष अपनी मानसिकता सुधार लें तो ऐसी घटनाएं ना हों। किरण बेदी रेनबो स्कूल के स्वर्ण जयंती समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची थीं।
रेनबो स्कूल में स्वर्ण जयंती के दूसरे दिन बोली किरण बेदी, कहा- माता-पिता को अपने बेटों को अच्छे संस्कार देने चाहिए
किरण बेदी ने कहा कि सभी माताओं और पिताओं को चाहिए कि वे अपने बेटों को संस्कारवान बनाएं। उन्हें बताएं कि ऐसी अपराधिक घटनाओं से उनका क्या नुकसान हो सकता है। राजनीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति नहीं आती है, मैं केवल चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर गई थी, लेकिन अब बहुत दूर हूं, क्योंकि मेरे अंदर राजनीति के गुण नहीं हैं। मेरे जीवन का उद्देश्य समाज की सेवा है, वही कर रही हूं। इससे पहले मंच से संबोधन में उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित अभिभावकों से संवाद किया। अपना जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि किस तरह उनके माता-पिता ने उन्हें पढ़ाया। विद्यार्थियों से कहा कि वह अपने माता-पिता की हर बात को ध्यान से सुनें। लक्ष्य निर्धारित कर जीवन में आगे बढ़ें। कार्यक्रम में महापौर डॉ. अजय कुमार, पूर्व सांसद राघव लखनपाल शर्मा, स्कूल संस्थापक नरगिस मलिक, तान्या मलिक, अमिता मलिक, प्रधानाचार्य धर्मेंद्र रावत फिरोज मोहन मलिक आदि मौजूद रहे।